रांची : भाजपा में प्रत्याशियों की घोषणा और आजसू के साथ गंठबंधन होते ही भगदड़ मच गयी है. जिन्हें टिकट नहीं मिला है, वे अब दूसरे दलों की ओर रुख कर रहे हैं. टिकट नहीं मिलने से नाराज करीब आधा दर्जन भाजपा नेता झाविमो में चले गये हैं. कई और नेता पार्टी बदलने की तैयारी में हैं.
भाजपा के पूर्व विधायक सत्यानंद भोक्ता ने झाविमो का दामन थाम लिया है. झाविमो ने उन्हें चतरा से प्रत्याशी भी बना दिया है. बताया जाता है कि भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दु:खा भगत भी झाविमो के संपर्क में हैं. गढ़वा विधानसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा की अनिता दत्त भी झाविमो में चली गयी हैं. झाविमो ने उन्हें गढ़वा से ही उम्मीदवार बना दिया है. सिमरिया से भाजपा नेता गणोश गंझू भी झाविमो में शामिल हो गये हैं. तमाड़ से भाजपा के टिकट के दावेदार रहे राजा पीटर आजसू के साथ गंठबंधन होने के बाद झामुमो के संपर्क में हैं.
हटिया पर नजर
हटिया से आजसू के विधायक रहे नवीन जायसवाल और हाल में ही भाजपा में शामिल हुए अजय नाथ शाहदेव भी दूसरे दलों की ओर देख रहे हैं. नवीन जायसवाल भाजपा के साथ गंठबंधन होने से नाराज हैं. गंठबंधन के तहत हटिया सीट भाजपा के खाते में चली गयी है, इसके बाद भी नवीन जायसवाल चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. सूत्रों के अनुसार, झामुमो और झाविमो दोनों ने ही नवीन जायसवाल से संपर्क साधा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनसे खुद बात की है. नवीन अपने समर्थकों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं. भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद अजय नाथ शाहदेव से कांग्रेस ने संपर्क साधा है. बताया जाता है कि वह कांग्रेस से हटिया के उम्मीदवार हो सकते हैं. इधर हेमंत सोरेन ने भी उनसे बात की है, उनकी इच्छा जानने की कोशिश की. इधर, आजसू के साथ गंठबंधन से नाराज अमित महतो झामुमो के संपर्क में हैं. उन्हें सिल्ली से भाजपा का दावेदार माना जा रहा था.
दुलाल नाराज, टिकट की जुगाड़ में
जुगसलाई सीट गंठबंधन के तहत आजसू के खाते में चली गयी है. इससे इसे सीट से भाजपा के दावेदार रहे पूर्व मंत्री दुलाल भुइंया नाराज हैं. उन्होंने कहा : एक साजिश के तहत गंठबंधन किया गया है. इससे राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ेगा. सूचना है कि दुलाल दल बदलने की तैयारी में हैं. झामुमो और झाविमो दोनों ने ही उनसे संपर्क साधा है.