बढ़ने के बजाय घटते रहे रोजगार के अवसर

विनोद पाठक/ विजय सिंहगढ़वा : झारखंड बनने के बाद भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र की समस्याएं घटने के बजाय बढ़ती गयी. यहां सेल की चूना पत्थर एवं डोलोमाइट की खदानें बंद हो गयी. राज्य गठन के बाद उम्मीद बंधी थी कि इस इलाके में कुछ और कारखाने खुलेंगे, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. लेकिन उसी समय से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 4, 2014 4:46 AM

विनोद पाठक/ विजय सिंह
गढ़वा : झारखंड बनने के बाद भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र की समस्याएं घटने के बजाय बढ़ती गयी. यहां सेल की चूना पत्थर एवं डोलोमाइट की खदानें बंद हो गयी. राज्य गठन के बाद उम्मीद बंधी थी कि इस इलाके में कुछ और कारखाने खुलेंगे, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. लेकिन उसी समय से सेल की भवनाथपुर खदान पर बंद की तलवार लटकनी शुरू हो गयी. वर्ष 2014 में खदान पूरी तरह बंद हो गयी. इसके बाद खदान पर आश्रित बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए. पलायन ऐसे लोगों की मजबूरी हो गयी. कुछ आधारभूत संरचना को छोड़ दें, तो यहां रोजगार या कृषि में सुधार के लिए कोई काम नहीं हुआ. हाल ही में भवनाथपुर में पावर प्लांट लगने की खूब चर्चा हुई. पावर प्लांट परिसर का शिलान्यास भी हुआ. लेकिन इसका निर्माण आज तक शुरू नहीं हो पाया. प्रखंड की कई सिंचाई योजनाओं भी लंबित हैं. झगराखांड़ में बने आइटीआइ कॉलेज का आजतक उदघाटन भी नहीं हुआ है. भवनाथपुर तक रेलवे ट्रैक बिछा कर पैसेंजर ट्रेन चलाने का वादा भी अधूरा है.

किसने क्या कहा

झारखंड अलग राज्य बनने के बाद भी सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. गरीबी दिनों दिन बढ़ती जा रही है. नेताओं का दर्शन सिर्फ चुनाव में होता है.
मनोज गुप्ता, युवक

झारखंड बनने के बाद जगी उम्मीद आज तक पूरी नहीं हुई है. चाहे रोजगार का सृजन हो या उच्च शिक्षा की व्यवस्था. ग्रामीण युवाओं की स्थिति तो और भी दयनीय है. वे लगातार दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं.
प्रदीप दुबे, भवनाथपुर(गढ़वा)

भवनाथपुर विस क्षेत्र में विकास के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ. विकास की जो राशि आयी, जनता तक उसका लाभ नहीं पहुंच पाया. सभी राजनीतिक दलों ने लोगों को निराश किया है.
कुंदन ठाकुर, ग्रामीण

भवनाथपुर खदान समूह की दोनों खदान बंद होने से बेरोजगारी बढ़ गयी. मजदूर पलायन करने को मजबूर हो गये. इसका असर व्यवसाय पर भी पड़ा है. किसी भी नेता ने खदान खुलवाने की ईमानदार पहल नहीं की.
धनेश ठाकुर, व्यवसायी

विकास कार्य को आगे बढ़ाना है : अनंत प्रताप देव

शुरू किये गये विकास कार्य को आगे बढ़ाना मेरा अगला लक्ष्य है. पांच साल के कार्यकाल में मैंने आम जनता की बुनियादी समस्याओं को हल करने के प्रयास के साथ ही कई बड़ी विकास योजनाओं को शुरू कराने की पहल की है. इनमें भवनाथपुर में पावर प्लांट लगाने एवं डोमनी बराज का निर्माण जैसी योजनाएं शामिल है. पावर प्लांट से युवाओं को रोजगार मिलेगा एवं किसानों को बिजली मिलेगी.

विकास कार्य ठहर गया है: भानु प्रताप शाही

भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र का विकास मेरी प्राथमिकता है. मैंने जो अपने कार्यकाल में विकास कार्य किया था, वह पांच साल से जस का तस ठहरा हुआ है. चुनाव जीतने के बाद ठहरे हुए विकास कार्य को आगे बढ़ा कर पूरा करेंगे. क्षेत्र की जनता भ्रष्टाचार एवं उपेक्षा से त्रस्त हो चुकी है. बीपीएलधारियों को समय पर अनाज नहीं मिल रहा है. वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन के लिए परेशानी हो रही है.

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