लाहौर : पाकिस्तान में एक ईसाई दंपती को पुलिस के सामने जिंदा जला दिया गया. उनपर कथित तौर पर ईशनिंदा का आरोप लगा था. यह घटना पाकिस्तान की पंजाब प्रांत की है, जहां मुसलमानों के एक समूह ने कुरान को नापाक करने के इल्जाम में एक ईसाई दंपति को मारा पीटा और जिंदा जला दिया.
यह घटना कसूर जिले के कोट राधा किशन के गांवों में हुई. गांवों में बडी संख्या में पुलिसकर्मियों को अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. पीडित दंपति के रिश्तेदार ईमानुअल सरफराज ने बताया कि शहजाद मसीह (35) और उसकी पत्नी शमा (31) कुछ समय से चाक 59 गांव के पास मोहम्मद युसूफ गुज्जर की भट्टे में काम कर रहे थे.
सरफराज ने कहा, यूसूफ उनके पारिश्रमिक का भुगतान नहीं कर रहा था जिस वजह से दंपति अपने चार बच्चों के साथ भट्टा छोडकर जाना चाहते थे. युसूफ ने भट्टा छोडकर जाने पर उनसे 5,00,000 रुपये की मांग की. दो दिन पहले बहस के बाद युसूफ ने दंपति को उनके बच्चों समेत एक कमरे में बंद कर दिया.
बाद में उसने उन्हें ईशनिंदा के झूठे आरोप में फंसा दिया और मुसलमानों के समूह को भड़काकर उन्हें मारापीआ और फिर अपने ही भट्ठे में जिंदा जला दिया. हालांकि ईसाई दंपति के बच्चों को जिंदा छोड़ दिया गया है. इस घटनाक्रम के दौरान मुसलमानों की सुरक्षा के लिए तैनत पुलिस बल भी मौके पर मौजूद थे लेकिन किसी ने भी इस घटना का विरोध नहीं किया.