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मुंडा, रवींद्र व रघुवर के खिलाफ नारेबाजी

रांची : भाजपा-आजसू में गंठबंधन और टिकट बंटवारे में नेताओं की अनदेखी को लेकर भाजपा में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार तीसरे दिन नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने वालों में रामगढ़, बड़कागांव और सिमडेगा के कार्यकर्ता शामिल थे. रामगढ़ और बड़कागांव के कार्यकर्ता आजसू के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2014 10:06 AM
रांची : भाजपा-आजसू में गंठबंधन और टिकट बंटवारे में नेताओं की अनदेखी को लेकर भाजपा में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार तीसरे दिन नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने वालों में रामगढ़, बड़कागांव और सिमडेगा के कार्यकर्ता शामिल थे. रामगढ़ और बड़कागांव के कार्यकर्ता आजसू के साथ हुए गंठबंधन का विरोध कर रहे हैं.
वहीं सिमडेगा के कार्यकर्ता प्रत्याशी विमला प्रधान को बदलने की मांग कर रहे थे. प्रदेश कार्यालय में लगभग तीन घंटे तक कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, प्रदेश संगठन मंत्री राजेंद्र सिंह के खिलाफ नारेबाजी की. रामगढ़ विधानसभा सीट के दावेदार शंकर चौधरी अपने समर्थकों के साथ दिन के करीब एक बजे प्रदेश कार्यालय पहुंचे. इसके बाद प्रदेश कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया.
राजेंद्र व गामा से मिल कर लौटे कार्यकर्ता
प्रदेश कार्यालय में नाराज कार्यकर्ता ने प्रदेश संगठन महामंत्री राजेंद्र सिंह और मुख्यालय प्रभारी गामा सिंह से मिल कर अपनी बात रखी. कार्यकर्ताओं को बताया गया कि गंठबंधन पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने निर्णय लिया है. इसमें प्रदेश स्तर के नेताओं का कोई रोल नहीं है. इसलिए केंद्रीय नेतृत्व की भावना का कद्र करते हुए वे एक बार फिर से चुनाव प्रचार की तैयारी में जुट जायें.
बंद कर दिया गया था कार्यालय का गेट
कार्यकर्ताओं के हंगामे को लेकर प्रदेश कार्यालय में पहले तल्ले पर जाने वाले गेट को बंद कर दिया गया था. इसको लेकर भी कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी थी. कहा गया कि अगर पार्टी कार्यालय का गेट कार्यकर्ताओं के लिए बंद हो जायेगा, तो पार्टी चुनाव कैसे जीतेगी. इस पर मुख्यालय प्रभारी गामा सिंह ने कार्यकर्ताओं को बताया कि ऊपर बैठक हो रही है. इस वजह से गेट बंद किया गया है. इसके बाद उन्होंने नाराज कार्यकर्ताओं से वार्ता की. साथ ही उनकी भावना से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराने का आश्वासन दिया.
माइक व बैनर भी लेकर आये
विरोध जताने के लिए नाराज कार्यकर्ता अपने साथ माइक और बनैर लेकर आये थे. प्रदेश कार्यालय के समक्ष इन्होंने माइक लगा कर भाषण दिया. साथ ही पोस्टर दिखा कर अपना विरोध जताया. इस दौरान काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे.

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