नक्सल इलाके में उतरता भाजपा का हेलीकॉप्टर

छतरपुर के एसडीओ पर लापरवाही का आरोप रांची : एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी छतरपुर की लापरवाही और गलत रूट चार्ट दिये जाने की वजह से भाजपा नेताओं को लेकर जाने वाला हेलीकॉप्टर छतरपुर की जगह नक्सल प्रभावित क्षेत्र कसमार में उतरता. बुधवार को पायलट जिला प्रशासन की ओर से दिये गये रूट के आधार पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2014 8:16 AM
छतरपुर के एसडीओ पर लापरवाही का आरोप
रांची : एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी छतरपुर की लापरवाही और गलत रूट चार्ट दिये जाने की वजह से भाजपा नेताओं को लेकर जाने वाला हेलीकॉप्टर छतरपुर की जगह नक्सल प्रभावित क्षेत्र कसमार में उतरता. बुधवार को पायलट जिला प्रशासन की ओर से दिये गये रूट के आधार पर कसमार में हेलीकॉप्टर उतारने की तैयारी कर रहा था, तभी हेलीकॉप्टर में बैठे क्षेत्र के सांसद सुनील कुमार सिंह ने बताया कि यह गलत रूट चार्ट है. यह इलाका नक्सल प्रभावित है.
अगर यहां हेलीकॉप्टर उतारा, तो कोई अप्रिय घटना भी हो सकती है. इसके बाद हेलीकॉप्टर को उस क्षेत्र में नहीं उतारा गया और लौट आया. भाजपा ने इसे जिला प्रशासन की घोर लापरवाही मानते हुए इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है. साथ ही इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है. पार्टी ने इसकी सूचना डीजीसीए को भी दी है.
सभा किये बिना लौटे भाजपा नेता
भाजपा की ओर से एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी के पास पत्र लिख कर छतरपुर प्लस टू हाइस्कूल परिसर में हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति मांगी गयी थी. यहां पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, प्रदेश प्रभारी त्रिवेणी सिंह रावत और सांसद सुनील कुमार सिंह को कार्यक्रम में हिस्सा लेना था. कार्यक्रम की अनुमति दी गयी थी. जिला प्रशासन की ओर से दिया गया आक्षांश, देशांतर निर्धारित स्थल से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर था. गलत रूट चार्ट होने की वजह से नेता पार्टी निर्धारित कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले पायें.
नक्सलियों ने जला दिया था हेलीकॉप्टर
चुनाव आयोग को भेजे गये पत्र में कहा गया कि वर्ष 2005 में चुनाव कार्यक्रम के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू का हेलीकॉप्टर निर्धारित स्थल से दूसरी जगह उतर गया था. नक्सलियों ने हेलीकॉप्टर को जला दिया था.
लापरवाही बरत रहा है प्रशासन : रावत
भाजपा के प्रदेश प्रभारी त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से लापरवाही बरती जा रही है. इस प्रकार की लापरवाही से कोई अप्रिय घटना घट सकती है. आयोग दोषी पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे.

Next Article

Exit mobile version