जमुई : जिले के नियोजित शिक्षकों की एक आपात बैठक शिक्षा संघर्ष समिति के तत्वाधान मे बुधवार को एक निजी होटल के सभागार मे शिक्षक अभिषेक कुमार सिंह की अध्यक्षता मे आयोजित की गई.
बैठक मे शिक्षकों द्वारा शिक्षा की लचर व्यवस्था पर विचार विमर्श किया गया. साथ ही माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पुन: विश्वासमत हासिल करने पर शिक्षा विभाग जैसे अहम विभाग की जिम्मेदारी चकाई विधान सभा के क्षेत्र के युवा ,लोकप्रिय व विकासशील विधायक सुमित कुमार सिंह को सौंपने की मांग की गई.
मौके पर शिक्षक संघर्ष समिति के संरक्षक सह युवा शिक्षक नेता मनीष कुमार ने अपने संबोधन मे कहा कि वर्तमान सरकार के अथक प्रयास के बावजूद भी शिक्षा मे अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा है. बिहार जैसे पिछड़े राज्य मे शिक्षा के स्तर में शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु मजबूत इच्छा शक्ति वाले युवा विधायक सुमित कुमार सिंह को शिक्षा मंत्री बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है.
शिक्षकों ने बताया कि वर्ष 2010 में बहाल हुए नियोजित शिक्षकों का वेतनमान भी इनके अथक प्रयास से ही संभव हो पाया था. जबकि चकाई विधायक ने कुछ माह पूर्व टोला सेवकों के लंबित वेतन के मामले को जोरदार तरीका से विधान सभा में उठा कर शिक्षा मंत्री को फैसला लेने पर मजबूर कर दिया था. शिक्षक अभिषेक सिंह व नियाज आलम ने कहा कि इस समय पूरे सूबे में शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों में कुश्ल प्रबंधन का घोर अभाव दिख रहा है. इसमें सुधार हेतु शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा चकाई विधायक जैसे युवा एवं कर्तव्यनिष्ठ विधायक के हाथों होना चाहिए. ताकि शिक्षा मूलक समाज की स्थापना सुनिश्चत हो सके.
उपस्थित शिक्षकों ने अपने कर्मठ जिलाधिकारी से इस मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भी आग्रह किया. मौके पर संतोष सिंह,राजीव कुमार, किशोरी चौरसिया,मुकेश सिंह,अभय कुमार,विश्वजीत अंबेदकर, सूर्यकांत प्रभाकर,अभिजीत कुमार,सुधीर कुमार राजेश कुमार सहित कई शिक्षक मौजूद थे.