गुमला-लोहरदगा में जुटे हैं नक्सली

जोनल कमांडर नकुल यादव कर रहा दस्ते का नेतृत्व बिशुनपुर में चुनाव बहिष्कार के पोस्टर भी चिपकाये रांची : गुमला और लोहरदगा जिला के तीन थाना क्षेत्रों में भाकपा माओवादी के 150 से अधिक नक्सली जमे हुए हैं. नक्सलियों की योजना विधानसभा चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने की है. सूचना के मुताबिक, नक्सली गुमला के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2014 7:28 AM
जोनल कमांडर नकुल यादव कर रहा दस्ते का नेतृत्व
बिशुनपुर में चुनाव बहिष्कार के पोस्टर भी चिपकाये
रांची : गुमला और लोहरदगा जिला के तीन थाना क्षेत्रों में भाकपा माओवादी के 150 से अधिक नक्सली जमे हुए हैं. नक्सलियों की योजना विधानसभा चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने की है. सूचना के मुताबिक, नक्सली गुमला के बिशुनपुर और लोहरदगा के सेन्हा व किस्को थाना क्षेत्र में जमे हुए हैं. नक्सलियों के दस्ते का नेतृत्व भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर नकुल यादव कर रहा है.
यह वही नकुल यादव है जिसने जुलाई माह में इस इलाके से 40 बच्चों को अपने संगठन में शामिल कराया था, जिन्हें पुलिस अब तक मुक्त नहीं करा सकी है.
सूचना के मुताबिक, नक्सलियों का दस्ता सेन्हा थाना क्षेत्र के मुंगो, तुरीयाडीह, सिंदुर, गणोशपुर, बिरनी आदि गांव और बिशुनपुर थाना क्षेत्र के घाघरा, गोबरसिला, बोरहा, निरासी, जमटी, कटिया, कुमारी, बनालात, रेहुदाग, बेतहत, आराटोली व जोरी गांव (ये वही गांव हैं जिन पर भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने प्रतिबंध लगाया था) में घूम रहा है. खबर यह भी है कि नक्सलियों ने गुमला के बिशुनपुर इलाके में पोस्टरबाजी कर वोट बहिष्कार का आह्वान भी किया है.
चार दिन में ही बैरक में लौट आयी थी पुलिस
गुमला और लोहरदगा जिला से नक्सलियों द्वारा बच्चों को संगठन में शामिल कराने के लिए ले जाने की खबर 16 जुलाई 2014 को प्रभात खबर में छपी थी. खबर छपने के बाद पुलिस ने 17 जुलाई से दोनों जिलों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू किया था. अभियान में 25 कंपनी अर्धसैनिक बल लगाये गये थे. अभियान का नेतृत्व दोनों जिलों के एसपी खुद कर रहे थे. पुलिस ने पांच दिनों तक (21 जुलाई तक) अभियान चलाया.
19 जुलाई को सीएस सजल चक्रवर्ती और डीजीपी राजीव कुमार लोहरदगा के पेशरार स्थित जैप-एक के कैंप पहुंचे. अभियान की समीक्षा की. अभियान जारी रखने की बात कही और लौट आये. पर, 21 जुलाई को अभियान बंद हो गया. इसके बाद से इन दोनों जिलों में नक्सलियों के खिलाफ कोई भई बड़ा अभियान नहीं चला.

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