रांची : भाकपा नेता अतुल अंजान ने कहा है कि आनेवाला चुनाव झारखंड के लिए चुनौती है. खास कर युवाओं के लिए अब निर्णायक समय है. मोदी की नीतियों के साथ चलना है. हाथ में कटोरा लेकर प्रवासी कहलाना है या फिर झारखंड के जल, जंगल और जमीन की रक्षा होगी.
मोदी की नीतियों पर झारखंड चला, तो यहां आनेवाले दिनों में डेढ़ करोड़ लोगों का पलायन होगा. मोदी की नीतियां मजदूर और किसान विरोधी है. यहां पूंजीवादी हमले तेज हुए हैं. श्री अंजान ने कहा कि झारखंड का परिणाम अलग किस्म का होगा. यहां के लोग समझ गये हैं कि मोदी किस एजेंडे पर काम कर रहे हैं. भाकपा नेता ने कहा: देश के वित्त मंत्री कहते हैं कि 2013 का भूमि-अधिग्रहण कानून खत्म कर देना चाहिए, इससे विकास बाधित है. वित्त मंत्री के बयान के बाद केंद्र सरकार का एजेंडा साफ है. यह सरकार कॉरपोरेट के लिए काम कर रही है. गरीबों की जमीन हड़पने की साजिश चल रही है. श्री अंजान ने कहा कि मोदी के खिलाफ गांव-गांव से मशाल चल चुका है. बदलाव दिखेगा.
वाम दलों को भी समझना होगा
भाकपा नेता ने कहा कि मोदी के खिलाफ देश को खड़ा होना होगा. वाम दलों को भी समझना होगा. श्री अंजान ने कहा कि झारखंड में सशक्त वाम एकता का प्रयास किया जायेगा. हम देश विरोधी ताकत से साझा मंच बना कर लड़ेंगे. माकपा, भाकपा लगातार संघर्ष कर रहे हैं. दूसरे वाम दलों के साथ भी साझा मंच बनाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में वाम एकता अपनी कारगर भूमिका निभायेगी.