हांकांग में सैकड़ों लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए शहर में चीन के सबसे प्रमुख प्रतिनिधि के दफ़्तर तक पहुँचे हैं.
लोकतंत्र समर्थक साल 2017 में हांगकांग का नेता चुनने के लिए होने वाले चुनाव में चीन के उम्मीदवारों को सीमित करने के फ़ैसले का विरोध कर रहे हैं.
वे इस मुद्दे पर चीन के साथ सीधी बातचीत करना चाहते हैं.
रविवार को सरकार समर्थक भी सड़कों पर उतरे और प्रदर्शनकारियों का चीन के प्रतिनिधि के दफ़्तर के बाहर सामना किया.
हांगकांग में पिछले छह हफ़्तों से लोकतंत्र के समर्थन में ‘चीन विरोधी’ प्रदर्शन हो रहे हैं.
हांगकांग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीवाई लेंग को प्रदर्शनकारियों से निपटने में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का समर्थन प्राप्त है. लेंग फिलहाल बीजिंग में हैं.
हांगकांग में बीबीसी संवाददाता जॉन सडवर्थ का कहना है कि प्रदर्शनों के बावजूद हांगकांग सरकार का चुनावों में रियायतें देने का कोई संकेत नहीं है.
बातचीत के प्रयास नाकाम
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हांगकांग सरकार के साथ बातचीत के प्रयास नाकाम रहे हैं.
बीबीसी संवाददाता के मुताबिक अब वे अपनी बात सीधे चीन के राष्ट्रीय नेताओं तक पहुँचाना चाहते हैं.
1997 में ब्रिटेन से हस्तातंरण के बाद अब हांगकांग पर चीन का प्रभुत्व है. हालांकि अभी भी इस क्षेत्र में कुछ हद तक स्वायत्तता है.
चीन ने 2017 में हांगकांग में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के चुनाव के लिए नए नियम बनाए हैं जिनके तहत चीन से अनुमोदित उम्मीदवार ही चुनाव लड़ सकते हैं.
लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता इसे लोकतंत्र पर प्रहार मान रहे हैं और निष्पक्ष चुनावों की माँग कर रहे हैं.
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