शिक्षा-चिकित्सा की भी सुविधा नहीं
-रविकांत साहू, सिमडेगा- सिमडेगा विधानसभा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाआंे का घोर अभाव है. आज भी विधानसभा के लोगों को उच्च शिक्षा तथा बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिये ओडि़शा या रांची की ओर जाना पड़ता है. उच्च शिक्षा के नाम पर विधानसभा क्षेत्र में एकमात्र अंगीभूत कॉलेज है. यहां भी शिक्षकों की कमी है. यहां के […]
-रविकांत साहू, सिमडेगा-
सिमडेगा विधानसभा क्षेत्र में बुनियादी सुविधाआंे का घोर अभाव है. आज भी विधानसभा के लोगों को उच्च शिक्षा तथा बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिये ओडि़शा या रांची की ओर जाना पड़ता है. उच्च शिक्षा के नाम पर विधानसभा क्षेत्र में एकमात्र अंगीभूत कॉलेज है. यहां भी शिक्षकों की कमी है.
यहां के जन प्रतिनिधियों ने इस दिशा में कभी कोई ठोस प्रयास नहीं किया. चिकित्सा सुविधा के नाम पर जिला मुख्यालय में अस्पताल भवन बनाया गया है़, लेकिन यहां चिकित्सा की कोई व्यवस्था नहीं है़ मामूली सरदी-बुखार तक की ही इलाज इस अस्पताल में लोग करा सकते हैं. दुर्घटना होने पर मरहम पट्टी कर मरीजों को रांची रेफर कर दिया जाता है.
पेयजल के नाम पर लगभग 30 वर्ष पूर्व एक पानी टंकी का निर्माण उस समय की आबादी के अनुपात में किया गया था़ वर्तमान में शहरी क्षेत्र की आबादी लगभग तीन गुनी बढ़ी है. शहरी क्षेत्र के 60 प्रतिशत से भी अधिक लोगों को आज भी शुद्ध पीने का पानी नहीं मिलता है. सिंचाई की भी यहां उपयुक्त सुविधा नहीं है. ऐसी स्थिति में किसान सिर्फ एक ही फसल कर पाते हैं. यहां सब्जी उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं.
यदि सिंचाई की सुविधा हो, तो यहां के किसान सब्जी उत्पादन कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं. रोजगार के साधन भी उपलब्ध हो सकते हैं. रोजगार के अभाव में यहां से युवक-युवतियां पलायन कर रहे हैं. बिजली आपूर्ति की स्थिति भी बदतर है़ सात वर्षों से भी ज्यादा समय से विद्युत ग्रिड का निर्माण हो रहा है, लेकिन अब भी अधूरा है.