अफसरों के गार्ड वापस मंत्री पुत्र के अंगरक्षक तैनात

रांची : चुनाव डय़ूटी के मद्देनजर कई अफसरों के अंगरक्षकों को वापस ले लिया गया है, जबकि मंत्री पुत्रों के अंगरक्षकों अब तक वापस नहीं लिया गया है. इससे चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित होने की आशंका है. दीवान इंद्रनील सिन्हा ने चुनाव आयोग को भेजे गये पत्र में इस बात का उल्लेख किया है. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2014 7:11 AM
रांची : चुनाव डय़ूटी के मद्देनजर कई अफसरों के अंगरक्षकों को वापस ले लिया गया है, जबकि मंत्री पुत्रों के अंगरक्षकों अब तक वापस नहीं लिया गया है. इससे चुनाव की निष्पक्षता प्रभावित होने की आशंका है. दीवान इंद्रनील सिन्हा ने चुनाव आयोग को भेजे गये पत्र में इस बात का उल्लेख किया है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि राज्य में चुनाव के मद्देनजर पर्याप्त पुलिस बल की जरूरत है, इसलिए सरकार ने वैसे अधिकारियों से अंगरक्षक वापस ले लिये हैं, जिनके पास एक से अधिक थे.
इस क्रम में वैसे अधिकारियों से भी अंगरक्षक हटा लिया गया है, जिनके पास केवल एक ही अंगरक्षक था. तेनुघाट के अपर मुख्य न्यायाधीश के पास एक ही अंगरक्षक (संख्या 677) था. बोकारो के फैमिली कोर्ट के न्यायाधीश के पास एक ही अंगरक्षक थे. इन अधिकारियों के अंगरक्षकों को वापस ले लिया गया है. दूसरी तरफ राज्य के ऊर्जा सह वित्त मंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह के दोनों पुत्रों के पास अब भी दो-दो अंगरक्षक तैनात हैं.
मंत्री पुत्र जय मंगल सिंह के पास संजीत कुमार ( एके-47 धारी पुलिस संख्या275) और संजय कुमार सिंह (एके-47 धारी पुलिस संख्या 1297) नामक अंगरक्षक तैनात हैं, जबकि मंत्री के दूसरे पुत्र गौरव के पास संतोष यादव (9 एमएम हथियार धारी पुलिस संख्या 315) और शशि रंजन (9 एमएम हथियार धारी पुलिस संख्या 407) अंगरक्षक तैनात हैं. ऊर्जा सह वित्त मंत्री बेरमो से चुनाव भी लड़ रहे हैं. पत्र में चुनाव आयोग से मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है.

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