भारत और श्रीलंका रविवार को रांची में मौजूदा वनडे सिरीज़ के पांचवें और अंतिम मुक़ाबले में आमने-सामने होंगे.
रांची से आने वाले महेंद्र सिंह धोनी चोट के कारण टीम से बाहर हैं. उनकी जगह भारत की कमान संभाल रहे विराट कोहली की अगुवाई में भारत ने पहले चारों मुक़ाबलों में श्रीलंका को मात दी है.
एक तरफ़ जहां भारत पांचवें मुक़ाबले को भी जीतकर सिरीज़ में क्लीन स्वीप करना चाहेगा, वहीं श्रीलंका की कोशिश जीत के साथ सिरीज़ का समापन करने की होगी.
भारत ने इस मैच के लिए अनुभवी बल्लेबाज़ सुरेश रैना को आराम दिया है.
वहीं, सिरीज़ में श्रीलंका के अब तक के प्रदर्शन से उसके चाहने वाले तो क्या विरोधी भी हैरान और निराश हैं.
मौक़े पर चौका
सिरीज़ में पहले शिखर धवन का बल्ला ख़ूब बोला. चौथे मैच में जब उनकी जगह रोहित शर्मा को मौक़ा मिला तो उन्होंने इसका लाभ उठाया और 264 रनों की असाधारण पारी खेली.
इस सिरीज़ में भारत के तेज़ गेंदबाज़ों ने भी कमाल का प्रदर्शन किया. ख़ासकर उमेश यादव ने बल्लेबाज़ों के अनुकूल पिच पर भी अपनी रफ़्तार और स्विंग का कमाल दिखाया.
सिरीज़ में अब तक 10 विकेट झटक चुके उमेश ने टीम के सबसे नियमित गेंदबाज़ों की जोड़ी मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार की कमी बिल्कुल महसूस नहीं होने दी.
स्पिन में भी अक्षर पटेल नए सितारे के रूप में चमके. वह अभी तक चार मैचों में 9 विकेट अपने नाम कर चुके हैं.
धवल कुलकर्णी ने भी पिछले मैच में 4 विकेट लेकर श्रीलंका को करारे झटके दिए.
फीकी रही कैरम बॉल
श्रीलंकाई गेंदबाज़ी भले ही कमज़ोर हो लेकिन उनके जादुई स्पिनर और कैरम बॉल के माहिर अजंता मेंडिस का भी पिछले मैच में नाकाम होना आश्चर्यजनक रहा.
उन्होंने सात ओवर में 70 रन दिए और कोई विकेट नहीं लिया. ऐसा उनके वनडे करियर में 20 मैच बाद हुआ जब वह विकेट के लिए तरसे.
जब टीम के स्टार गेंदबाज़ और बल्लेबाज़ ही हिम्मत हार जाए तो फिर टीम से बेहतर परिणाम की आशा कैसे करें.
लेकिन देखना हैं कि श्रीलंका की टीम जाते-जाते रांची में कुछ रंग जमा पाती हैं या नहीं.
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