गुस्से को मुस्कराहट में बदलने का अचूक तरीका

।। दक्षा वैदकर ।।कई बार हमारी जिंदगी में ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं, जब हम दूसरे लोगों की वजह से परेशान होने लगते हैं. हम सामनेवाला का बोलना बंद करवाना चाहते हैं, लेकिन हम कुछ कर नहीं सकते. हम जानते हैं कि ऐसे वक्त में हमारा शांत रहना जरूरी है, लेकिन हमारे अंदर गुस्से का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:51 PM

।। दक्षा वैदकर ।।
कई बार हमारी जिंदगी में ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं, जब हम दूसरे लोगों की वजह से परेशान होने लगते हैं. हम सामनेवाला का बोलना बंद करवाना चाहते हैं, लेकिन हम कुछ कर नहीं सकते. हम जानते हैं कि ऐसे वक्त में हमारा शांत रहना जरूरी है, लेकिन हमारे अंदर गुस्से का ज्वालामुखी फूटने वाला होता है. ऐसी परिस्थिति में जब कुछ समझ में न आये, तो इस तरीके को अपनायें. इससे आपका गुस्सा कम होगा, आपके चेहरे पर प्यारी-सी मुस्कराहट आ जायेगी.

आपने कभी किसी एक साल के बच्चे को रोते देखा है? जब वह रोता है, तब आप कहते हैं कि यार बच्च है, इसको पता नहीं है कि क्या सही है और क्या गलत. उस बच्चे के रोने से आपको तनाव नहीं होता, आप परेशान नहीं होते, आप अपनी शांति भंग नहीं करते. यही तरीका आपको ऐसी परिस्थिति में अपनाना है.

जब भी आपको कोई परेशान करे, आपको पता हो कि सामनेवाला गलत है, आपको गुस्सा आ रहा हो और आप यह भी जानते हों कि आपका शांत रहना जरूरी है, तो अपने दिमाग को परेशान करने की बजाय, मूड को खराब करने की बजाय, उस व्यक्ति का चेहरा अपनी कल्पना में थोड़ा बदल लें.

कल्पना करें कि उसकी आंखें छोटी हो रही हैं और उसके सिर से बाल गायब हो रहे हैं. उसके चेहरे की जगह एक प्यारे से बच्चे का चेहरा लगा दें. सोचें, कि वह एक साल का बच्चा है, जिसको पता नहीं है कि वह क्या कर रहा है, वह क्यों रो रहा है, क्यों चिल्ला रहा है, क्यों बड़बड़ा रहा है. आप उसे माफ कर दें. उसकी इस हरकत पर मन ही मन मंद-मंद मुस्करायें और सोचें कि यार बच्चा है, इसे पता नहीं है कि इस वक्त क्या सही है और क्या गलत. इस तरीके को आप कई जगह आजमा सकते हैं.

जब आपका बॉस आप पर चिल्लाये कि तुम फेलियर हो. तुम्हें कुछ नहीं आता, तो तुरंत बच्चे के चेहरे को ‘कंट्रोल सी’ कर कॉपी करें और बॉस के चेहरे पर ‘कंट्रोल वी’ कर पेस्ट कर दें और सोचें कि यह तो बच्चा है, जब यह बड़ा होगा, तो खुद समझ जायेगा. जब भी आपका कोई अमीर दोस्त अमीरी की शेखी बघारे, बच्चे के चेहरे को उस पर रख दें और सोचें कि इस बच्चे को किसी दिन आराम से समझायेंगे.

– बात पते की
* यह जिंदगी बहुत प्यारी है, इस प्यारी-सी जिंदगी में अपना वक्त तनाव में क्यों बिता दें. खुश रहने से कोई नुकसान नहीं, और फायदे बहुत हैं.
* परिस्थितियां वैसी ही दिखती हैं, जैसा हम उन्हें देखते हैं. हर चीज पर तनाव लेना बंद करें, उन्हें अपने मुताबिक ढालना सीखें, ताकि आप खुश रह सकें.

Next Article

Exit mobile version