कई सीटों पर राष्ट्रीय दलों को दे रहे हैं चुनौती
दीपक
रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव-2014 में पति-पत्नी समेत सगे-संबंधी और रिश्तेदार किस्मत आजमा रहे हैं. आधे दर्जन से अधिक उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनके नजदीकी और रिश्तेदार किसी न किसी दल के उम्मीदवार हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और पूर्व मंत्री एनोस एक्का पत्नी के साथ चुनाव मैदान में हैं.
ये राष्ट्रीय दलों के घोषित प्रत्याशियों को चुनौती दे रहे हैं. मधु कोड़ा और उनकी पत्नी गीता कोड़ा ने कोल्हान प्रमंडल के दो विधानसभा सीटों पर अपना नामांकन दाखिल किया है. पूर्व सीएम की पत्नी दूसरी बार अखिल भारतीय समानता पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को भाजपा की ओर से मांडर और खिजरी विधानसभा से टिकट देने की बातें कही जा रही थी, लेकिन इन्हें टिकट नहीं मिला.
अर्जुन मुंडा के रिश्तेदार गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर को भी तमाड़ विधानसभा से भाजपा ने टिकट नहीं दिया. ये आदिवासी मूलवासी विकास मंच के प्रत्याशी घोषित किये गये हैं. पूर्व मंत्री सह झापा प्रमुख एनोस एक्का और उनकी पत्नी मेमन एक्का भी चुनाव मैदान में हैं. वहीं आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो और उनके मौसा चंद्रप्रकाश चौधरी भी चुनावी समर में हैं. इन दोनों की प्रतिष्ठा के साथ-साथ आजसू पार्टी का सब कुछ दांव पर लगा है. भाजपा और आजसू के बीच चुनावी गंठबंधन है.
पलामू से भाजपा सांसद बीडी राम के रिश्तेदार राधाकृष्ण किशोर भी चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा ने उन्हें टिकट दिया है. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप बलमुचु की बेटी सिंड्रैला बलमुचू को भी टिकट दिया गया है. चुनावी अखाड़े में डॉ प्रकाश उरांव को कांग्रेस ने टिकट दिया है. ये प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के रिश्तेदार बताये जाते हैं. प्रदेश अध्यक्ष को भी कांग्रेस ने टिकट दिया है.