केवल अपनी तरक्की के बारे में कभी न सोचें

।। दक्षा वैदकर ।।पिछले दिनों एक कंपनी के बॉस का इंटरव्यू लेने का मौका मिला. जिंदगी में अच्छा लीडर बनने के लिए क्या करना चाहिए? आपने ऐसा क्या किया कि आपकी कंपनी इतना बेहतरीन काम कर रही है, तरक्की कर रही है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने बहुत अच्छी बात कही. उन्होंने कहा, आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:52 PM

।। दक्षा वैदकर ।।
पिछले दिनों एक कंपनी के बॉस का इंटरव्यू लेने का मौका मिला. जिंदगी में अच्छा लीडर बनने के लिए क्या करना चाहिए? आपने ऐसा क्या किया कि आपकी कंपनी इतना बेहतरीन काम कर रही है, तरक्की कर रही है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने बहुत अच्छी बात कही. उन्होंने कहा, आज तक मैंने कभी भी कोई लक्ष्य खुद के लिए नहीं बनाया.

मैंने कभी यह नहीं सोचा कि मेरे पास महंगी गाड़ी हो, मेरी सैलरी छह अंकों में हो, मेरे पास खुद का घर हो या मेरे बच्चे बड़े इंगलिश मीडियम स्कूल में पढ़ें. जब मैं इस लीडर की पोजीशन पर आया, तो मैंने खुद पर गर्व किया और अपनी जिम्मेवारी समझते हुए खुद से यह कहा, ‘क्योंकि अब मैं ऐसी पोजीशन में हूं कि कुछ निर्णय खुद ले सकता हूंऔर कुछ नया कर सकता हूं, मैं अपने हर इंप्लाइ को ऊंचाई पर ले कर जाऊंगा.’ मैंने सभी कर्मचारियों के साथ एक मीटिंग की. उन्हें बताया कि मेरा लक्ष्य यह है कि इस कंपनी के 10 कर्मचारियों के पास इस साल ही कार आ जाये.

15 कर्मचारी इस साल अपना खुद का घर ले लें. मैं चाहूंगा कि इस साल 10 कर्मचारी और ऐसे तैयार किये जायें, जो इनकम टैक्स भरने की स्थिति में आ जायें. मैं पांच ऐसे कर्मचारी जरूर बनाऊं, जिनकी सैलरी छह अंकों में हो.. बस मुझे अपना यह सपना पूरा करने के लिए आपका साथ चाहिए. क्या आप मेरा साथ देंगे? सभी कर्मचारी मेरे इस लक्ष्य से बेहद खुश थे, उन्होंने एक साथ हामी भरी और काम में जुट गये. उन्होंने दिन-रात एक कर सारे टारगेट्स पूरे किये. उन्हें तरक्की मिली. कइयों की सैलरी बढ़ गयी और मेरा सपना पूरा हो गया.

कंपनी के सभी कर्मचारियों की बेहतरीन रिपोर्ट देख, कंपनी को तरक्की करता देख मेरा प्रोमोशन भी हुआ. इस तरह जब मैंने उन्हें आगे बढ़ाने का सोचा, तो मैं भी साथ-साथ आगे बढ़ा. यही तरक्की का सही तरीका है. अगर लीडर केवल अपनी तरक्की के बारे में सोचेगा, तो वह कर्मचारियों में जोश नहीं जगा पायेगा. वह हर चीज में अपना फायदा देखेगा. इस तरह न वो ग्रो करेगा, न कर्मचारी और न ही कंपनी. एक अच्छे लीडर को चाहिए कि दूसरों के सपनों को पूरा करने में वह जी-जान लगा दे. इस तरह उसका सपना खुद-ब-खुद पूरा हो जायेगा.

– बात पते की
* आपकी तरक्की का रास्ता दूसरों से हो कर गुजरता है. इसलिए अपने आसपास के लोगों को खुश रखें. उनके सपनों को पूरा करने का प्रयास करें.
* टारगेट केवल अपने लिए न बनाएं. सभी के लिए बनाएं. हर कर्मचारी को बताएं कि आपने उनके भविष्य के लिए क्या-क्या सोचा है.

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