कोर्ट के फैसले से हताश हैं निरूपमा के परिजन

झुमरीतिलैया : पत्रकार निरूपमा पाठक की मौत के मामले में उसके प्रेमी प्रियभांशु रंजन को मंगलवार को उच्च न्यायालय से राहत मिलने की खबर से निरूपमा के परिजन हताश हैं. चित्रगुप्त नगर स्थित निरूपमा के घर पर जब प्रभात खबर की टीम पहुंची, तो वहां सन्नाटा पसरा था. घर पर निरूपमा के पिता नहीं थे. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:32 PM

झुमरीतिलैया : पत्रकार निरूपमा पाठक की मौत के मामले में उसके प्रेमी प्रियभांशु रंजन को मंगलवार को उच्च न्यायालय से राहत मिलने की खबर से निरूपमा के परिजन हताश हैं. चित्रगुप्त नगर स्थित निरूपमा के घर पर जब प्रभात खबर की टीम पहुंची, तो वहां सन्नाटा पसरा था.

घर पर निरूपमा के पिता नहीं थे. जबकि मां ने बात करने से इनकार कर दिया. बाद में भावुक होते हुए सुधा पाठक ने कहा कि तीन साल से पुलिस प्रशासन ने उन्हें तबाह कर रख दिया है. हमलोगों का प्रशासन व कानून पर से विश्वास उठ गया है. दोषी को बरी कर देना समझ से परे है.

उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली स्थित रूम को भी पुलिस ने सील नहीं किया था. लैब टॉप भी गायब कर दिया गया. उधर दूरभाष पर बातचीत करते हुए निरूपमा के पिता धमेंद्र पाठक ने कहा कि केस कैसे खारिज हो गया, यह समझ से परे है. हमलोगों को इस खबर से सदमा लगा है. इस संबंध में हमलोगों को कोई नोटिस भी नहीं मिला था. इतना बड़ा केस कैसे क्वैस हो गया समझ से परे है.

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