रांची: विधानसभा चुनाव में पीएलएफआइ के प्रभाववाले क्षेत्र (गुमला, खूंटी, सिमडेगा) में गड़बड़ी फैलाने व पुलिस को नुकसान पहुंचाने की साजिश नाकाम कर दी गयी. गड़बड़ी फैलाने के उद्देश्य से भारी मात्र में गोलियां व अन्य सामग्रियों की आपूर्ति की जानी थी. पर गुप्त सूचना के आधार पर रांची पुलिस ने पीएलएफआइ के सक्रिय सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ इन सामानों को जब्त किया है. यह जानकारी सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने संवाददाता सम्मेलनमें दी.
उन्होंने कहा कि पीएलएफआइ के सक्रिय सदस्य मनोज कुमार गोप व योगेंद्र पासवान उर्फ छोटू को चुटिया थाना के स्टेशन रोड, पटेल चौक के पास से गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से पुलिस ने एके-47 की 93 गोली, इनसास राइफल की 90 गोली, सात लोगों के पहचान पत्र, चार मोबाइल, पीएलएफआइ के सामानों की आपूर्ति लिस्ट और एक पिट्ठ बरामद किया है.
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार सदस्यों ने बताया कि वे इन सामानों को पीएलएफआइ तोरपा के जोनल कमांडर अजरुन दा को पहुंचाने जा रहे थे. उन्हें सिटी एसपी व स्पेशल ब्रांच को मिली गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया.
सिटी एसपी ने बताया कि मनोज कुमार गोप मूल रूप से गुमला जिला के बसिया थाना क्षेत्र के दुवारसिनी का निवासी है. वह चुटिया के मकचुंदटोली में बच्चू प्रसाद के मकान में किराये पर रह रहा था, जबकि योगेंद्र पासवान उर्फ छोटू गुमला के डीएसपी रोड का निवासी है व चुटिया के कृष्णापुरी रोड नंबर-एक में रह रहा था. सिटी एसपी ने बताया कि पहले भी उक्त लोग कई बार पीएलएफआइ के चरकू मुंडा को गोली, बारूद पहुंचा चुके हैं.
यदि इन्हें नहीं पकड़ा जाता तो विधान सभा चुनाव में भारी नुकसान पहुंचा सकते थे. इनकी गिरफ्तारी में चुटिया थानेदार विजय कुमार सिंह व हवलदार सत्येंद्र सिंह, लोअर बाजार थानेदार विनय कुमार सिंह, जगन्नाथपुर थानेदार रतन कुमार,अभिषेक आनंद, राजेश कुमार, जाफर कमाल खान, मो इरफान व सशस्त्र बल चुटिया शामिल थे. उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारियों व जवानों को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की जायेगी.
सरकारी गोली होने का शक
सिटी एसपी बरादम की गयी गोली के सरकारी होने की आशंका जतायी गयी है. लेकिन फोरेंसिक जांच के बाद यह साफ हो सकेगा कि जो गोली बरामद की गयी है वह पुलिस की गोली है या नहीं. उन्होंने कहा कि गोलियों का सप्लायर डोरंडा इलाके का है. वह आपराधिक छवि का है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. पुलिस जानकारी ले रही है कि वह केवल झारखंड में ही सप्लाइ करता है तथा अन्य राज्यों से भी उसके तार जुड़े हैं. गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के बाद मामला और साफ होगा.