रांची/ सरायकेला : ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं में स्वच्छ पेयजल, उच्च शिक्षा, बिजली, स्वास्थ्य व सड़क आदि है. क्षेत्र में चांडिल डैम के विस्थापितों की समस्या भी गंभीर है. पूरे विधानसभा क्षेत्र में एकमात्र डिग्री कॉलेज चांडिल में है, जहां विज्ञान की पढ़ाई बंद हो गयी है. पीजी व बीएड के साथ तकनीकी शिक्षण संस्थान जनता की प्रमुख मांगों में से एक है़ क्षेत्र में चांडिल व पालना डैम के रहते हुए भी खेत बंजर बने हुए हैं. सिंचाई के लिए हर खेत को पानी की आवश्यकता है़ सभी गांवों में अबाध बिजली, सुगम सड़क और सभी के लिए स्वास्थ्य सुविधा ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की मुख्य समस्याओं में है. विस्थापितों को उचित मुआवजा और पुनर्वास दिलाने और उनकी अन्य समस्याओं के समाधान का आश्वासन हर उम्मीदवार देते आये हैं. 30 वर्ष पुराने इस मामले का समाधान अब तक नहीं हो पाया है़ चुनाव के दौरान क्षेत्र में बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ हर गांव में बिजली पहुंचाने, स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने, हर गांव को जोड़ने वाली सड़क की समस्या प्रमुख रूप से चुनावी मुद्दा बनता रहा है.
तीन-तीन बार जीत चुके हैं अरविंद व घनश्याम
ईचागढ़ का निवर्तमान जनप्रतिनिधि झाविमो के अरविंद कुमार सिंह है़ं श्री सिंह अब तक तीन बार ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. फॉरवर्ड ब्लॉक के घनश्याम महतो भी इस सीट का नेतृत्व तीन बार कर चुके हैं. श्री सिंह 1995 में कांग्रेस छोड़ कर ईचागढ़ विस क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पहली बार चुनाव लड़े और विजयी हुए थे. वर्ष 2000 में भाजपा के टिकट पर वह दूसरी बार जीत़े 2005 के चुनाव में झामुमो के सुधीर महतो ने अरविंद कुमार सिंह को पराजित किया. 2009 की चुनाव में झाविमो की टिकट से वह जीते हैं.
क्या कहते हैं लोग
वोट बैंक बनाने में जुटे रहते हैं नेता: अंबिका
ईचागढ़ निवासी अंबिका यादव ने कहा कि क्षेत्र में कृषि का विकास आवश्यक है. इसके लिए सबसे पहले सिंचाई की व्यवस्था करना होगा़ क्षेत्र में शिक्षा का बुरा हाल है. चुनाव के वक्त शिक्षा कभी मुद्दा नहीं बनता है़ उन्होंने कहा कि ईचागढ़ के किसी भी विधायक ने क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कभी काम नहीं किया है.
नहीं हुआ विकास : श्यामल
चांडिल बांध से विस्थापित हुए श्यामल मार्डी ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र का समुचित विकास अब तक नहीं हुआ है़ लोग मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे है़. श्री मार्डी ने कहा कि चांडिल बांध से विस्थापित हुए लोगों को नेता फुटबॉल समझते है. जिस पार्टी के नेता जब जिधर चाहा धकेल दिया़
बेरोजगारी : डॉ शिशिर
चांडिल के चिकित्सक डॉ शिशिर चटर्जी ने कहा कि क्षेत्र में अनुमंडल क्षेत्र के बच्चे तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हैं. शिक्षित बेरोजगार युवाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की दिशा में किसी प्रकार का कार्य नहीं किया गया है़ कुटीर उद्योग के लिए भी कुछ नहीं किया गया है.
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि : 10 बड़े व 50-60 पुल बनवाये
ईचागढ़ विधायक अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि कार्यकाल में क्षेत्र में करीब 10 बड़े और 50 से 60 छोटे पुल पुलिया का निर्माण कराया गया़ आवागमन की सुविधा के लिए पांड्रा से कुकडु के बीच शोभा नदी पर, दियाडीह खोखरो से कारकीडीह के बीच स्वर्णरेखा नदी पर, तिरुलडीह से पैलंग सापारुम के बीच कारु नदी पर पुल बन रहा है. नारों से नदी साई के बीच करकरी नदी पर, जिलिंगआदर से चिपडी के बीच करकरी नदी पर आंडा से मुडु के बीच शोभा नदी पर, गौरी पुडीसिली से गम्हरिया के बीच स्वर्णरेखा नदी पर, काडी पाथर से दोमुहानी के बीच स्वर्णरेखा नदी पर पुल का निर्माण हो रहा है़ विधायक निधि से तीन सौ गांवों में पीसीसी सडक का निर्माण कराया गया है़ विधान सभा क्षेत्र में 29 मिनी वाटर सप्लाई का काम हुआ है़