नहीं बदली फटका की सूरत

तोरपा : प्रखंड मुख्यालय से 20 किमी की दूरी पर है फटका गांव. गांव में सात टोले हैं. यह पंचायत पेरवांघाघ जलप्रपात के लिए प्रसिद्व है. यहां चंचला घाघ, लावा घाघ आदि जल प्रपात भी हैं. फड़िंगा नदी के पास प्राचीन शिवलिंग भी स्थापित है. प्राकृतिक रूप से धनी इस पंचायत में भी विकास का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2014 9:03 AM

तोरपा : प्रखंड मुख्यालय से 20 किमी की दूरी पर है फटका गांव. गांव में सात टोले हैं. यह पंचायत पेरवांघाघ जलप्रपात के लिए प्रसिद्व है. यहां चंचला घाघ, लावा घाघ आदि जल प्रपात भी हैं.

फड़िंगा नदी के पास प्राचीन शिवलिंग भी स्थापित है. प्राकृतिक रूप से धनी इस पंचायत में भी विकास का काम नहीं हुआ. जनप्रतिनिधियों और अफसरों ने पेरवांघाघ जलप्रपात को विकसित करने का आश्वासन दिया, लेकिन अमल नहीं हुआ. गांव में इसी वर्ष बिजली पहुंचायी गयी है, परंतु बिजली नियमित रूप से नहीं रहती हैं.

तरगिया व संकतयोर में ट्रांसफरमर खराब होने के कारण बिजली नहीं है. फटका तक जाने वाली मुख्य सड़क की स्थिति जजर्र है. इस कारण लोग पगडंडी का सहारा ले रहे हैं. फटका पंचायत के उप मुखिया निर्मल बोदरा कहते हैं: यदि इस क्षेत्र पर ध्यान दिया गया, तो यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.

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