खिजरी में विधायक हो कर भी नहीं हैं

रांची. खिजरी विधानसभा में विधायक होकर भी गत साढ़े तीन वर्षो से कोई विधायक नहीं रहा. वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में एक बुजुर्ग ने नौजवानों से दो-दो हाथ किया था. तब, झामुमो की प्रत्याशी रही सुशीला एक्का (58 वर्ष) को छोड़ इस सीट के शेष 13 उम्मीदवारों की औसत उम्र 35 वर्ष थी. पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2014 1:30 AM

रांची. खिजरी विधानसभा में विधायक होकर भी गत साढ़े तीन वर्षो से कोई विधायक नहीं रहा. वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में एक बुजुर्ग ने नौजवानों से दो-दो हाथ किया था. तब, झामुमो की प्रत्याशी रही सुशीला एक्का (58 वर्ष) को छोड़ इस सीट के शेष 13 उम्मीदवारों की औसत उम्र 35 वर्ष थी. पर 67 वर्षीय बाबा उर्फ सावना लकड़ा सब पर भारी पड़े थे. चुनाव जीत कर भी बहुत कुछ हारने वाला यह कांग्रेसी विधायक इन दिनों जेल में है.

एक हत्याकांड में खुद की सहभागिता की पुष्टि के बाद से श्री लकड़ा जेल में हैं. हत्याकांड के बाद पुलिस अनुसंधान के क्रम में सावना ने सरेंडर किया था. वह 24 मई 2011 को जेल भेजे गये थे. तब से खिजरी की जनता के पास विधायक रहते हुए भी कोई विधायक नहीं है. विधायक फंड से होनेवाला काम भी प्रभावित रहा. अब विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता को फिर से अपना प्रत्याशी चुनने का मौका मिलेगा, पर अब सावना नहीं होंगे. वह सबसे पहले वर्ष 2000 में विधायक बने थे.

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