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पुरुषों को दे रहीं फिटनेस ट्रेनिंग

पूजा सिंह रांची : महिलाएं तरक्की की राह पर हैं. आत्मविश्वास और जुनून के बल पर आगे बढ़ रही हैं. पुरुषों के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही हैं. जो काम सिर्फ पुरुषों का माना जाता था, उसे अब महिलाएं करने से हिचक नहीं रही. राजधानी में भी इसकी झलक दिख रही है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2014 5:12 AM
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पूजा सिंह
रांची : महिलाएं तरक्की की राह पर हैं. आत्मविश्वास और जुनून के बल पर आगे बढ़ रही हैं. पुरुषों के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही हैं. जो काम सिर्फ पुरुषों का माना जाता था, उसे अब महिलाएं करने से हिचक नहीं रही. राजधानी में भी इसकी झलक दिख रही है. रांची के कई जिम में महिला ट्रेनर पुरुषों को ट्रेनिंग दे रही हैं.
सहजानंद चौक स्थित तलवरकर जिम, सुजाता चौक के समीप फिटनेस मंत्र और मेट्रिक्स फिटनेस जिम इसके उदाहरण हैं. यहां युवतियों, महिलाओं के साथ पुरुष भी स्वस्थ होने का गुर सीख रहे हैं. एक महिला जिम ट्रेनर बताती हैं कि समय के साथ महिलाओं के सोच में परिवर्तन आया है. वह गृहिणियों, कॉलेज गोइंग लड़कियां, कामकाजी महिलाओं के साथ पुरुषों को फिट रहने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग देती हैं. मेहनत और लगन से घंटों जिम में ट्रेनिंग देती हैं. स्वयं को फिट रखने के साथ ही अच्छी इनकम भी हो जाती है.
खुद करती हैं एक्सरसाइज
फिटनेस एक्सपर्ट दिलबाग सिंह कहते हैं कि लड़कियों के सामने कैरियर बनाना सबसे बड़ी समस्या है. ऐसे में जिम ट्रेनर के रूप में काम करने के साथ वह खुद को भी फिट रख सकती हैं. इस क्षेत्र में लड़कियों के लिए काफी संभावनाएं है. जैसे फिटनेस ट्रेनर, कसंलटेंट, डाइट के बारे में जानकारी देना, फिटनेस समीक्षक आदि. हमारे यहां दो साल से तीन महिला ट्रेनर काम कर रही हैं.
करना पड़ता है शारीरिक श्रम
फिटनेस एक्सपर्ट साजिद अली सिद्दीकी कहते हैं कि महिला ट्रेनर एरोबिक, पावर योगा, टबाटा, टीआरएक्स ट्रेनिंग, केटरबल की ट्रेनिंग के लिए स्वयं इसे एक्सरसाइज करके दिखाती हैं. इसके लिए उन्हें काफी शारीरिक श्रम करना पड़ता है.
क्या कहती हैं ट्रेनर
मैं तीन साल से जिम ट्रेनर के रूप में काम कर रही हूं. मेरा बर्थ प्लेस रांची है. संत पॉल कॉलेज से इंटर करने के बाद खुद का फिट रखने के लिए जिम ज्वाइन की. पांच से छह महीने के बाद ही लगा कि मैं भी दूसरे को सीखा सकती हूं. इसके लिए मैंने जिम ट्रेनर से बात की. ट्रेनिंग ली. काफी मेहनत करनी पड़ी. आज महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को ट्रेनिंग दे रही हूं.
महक रानी
मेरी दोस्त जिम ट्रेनर के रूप में काम करती थी. उसे देख कर लगता था कि किसी को फिट रख कर पैसा कमाया जा सकता है. इसके बाद दोस्त से इस क्षेत्र में काम करने की इच्छा जतायी. उसकी सलाह पर ट्रेनिंग हासिल की. फिलहाल मैं डेढ़ साल से महिलाओं को ट्रेनिंग दे रही हूं. मैंने बीएमपी स्कूल से 10वीं की परीक्षा पास किया है.
नीलम मोथे
इंटर की पढ़ाई पूरी करने के बाद जिम ट्रेनर के रूप में काम करने की इच्छा हुई. इससे पहले भी मैं कुछ जिम में काम कर चुकी हूं. लड़कियों से कहना चाहती हूं कि वह इस क्षेत्र में कैरियर बनायें. बेहतर कमाई के साथ-साथ अलग पहचान भी मिलती है. मैं पुरुषों को भी फिटनेस की ट्रेनिंग दे रही हूं.
पूनम
मैं देहरादून की रहने वाली हूं, लेकिन पढ़ाई रांची से हुई. मेरा सपना था कि अलग क्षेत्र में कैरियर बनाऊं. इसलिए मैंने जिम को चुना. पहले खुद को फिट करने के उद्देश्य से जिम ज्वाइन की. यहां अच्छा लगा और उसी में कैरियर बनाने की योजना बना ली.मुंबई से ट्रेनिंग हासिल की. आज मैं पर्सनल ट्रेनर के रूप में काम कर रही हूं. लड़कियों के लिए यह कैरियर का बेहतर क्षेत्र हो सकता है.
रिशु तामंग
डेढ़ साल से जिम ट्रेनर के रूप में काम रही हूं. इस क्षेत्र में आने की प्रेरणा बड़ी बहन से मिली. उनको देख कर लगा कि मैं भी फिट रहने के साथ-साथ अलग क्षेत्र में नाम कमा सकती हूं. इसके लिए चार-पांच महीने तक कड़ी ट्रेनिंग ली. मुंबई में भी फिटनेस के गुण सीखे. यहां महिलाओं और पुरुषों को ट्रेनिंग दे रही हूं. युवतियों के लिए यह बेहतर कैरियर विकल्प है.
पूर्णिमा बागे
मिल रही है अच्छी सैलरी
लेडीज ट्रेनर की सैलरी भी आकर्षक है. वह आसानी से 25 से 50 हजार रुपये तक कमा रही हैं. अनुभव वाली लेडीज ट्रेनर पर्सनल ट्रेनर के रूप में भी काम कर रही हैं. खासकर महिलाएं इनसे ही ट्रेनिंग हासिल करना चाहती हैं. कई जगह यह पर्सनल ट्रेनर की भी भूमिका बेहतरीन ढंग से निभा रही हैं.

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