प्रकृति की गोद में बसा हैं पिछड़ा बटिया

फोटो: 1 (झूमराज बाबा का मंदिर )प्रतिनिधि, सोनोप्रखंड मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर सोनो-चकाई मुख्य मार्ग पर अवस्थित बटिया का नाम अधिकतर लोग जानते हैं. इसकी दो वजहें हैं एक तो यहां प्रसिद्ध बाबा झूमराज मंदिर हैं जहां अन्य प्रखंड व जिला ही नहीं अन्य प्रदेश से भी श्रद्धालु पूजा करने आते है. प्राकृतिक सौंदर्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2014 6:01 PM

फोटो: 1 (झूमराज बाबा का मंदिर )प्रतिनिधि, सोनोप्रखंड मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर सोनो-चकाई मुख्य मार्ग पर अवस्थित बटिया का नाम अधिकतर लोग जानते हैं. इसकी दो वजहें हैं एक तो यहां प्रसिद्ध बाबा झूमराज मंदिर हैं जहां अन्य प्रखंड व जिला ही नहीं अन्य प्रदेश से भी श्रद्धालु पूजा करने आते है. प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर पहाड़ों व जंगलों के समीप बसा यह मंदिर लोगों को आकर्षित करता है. बटिया को जानने की दूसरी वजह लंबे व खतरनाक जंगली व पहाड़ी घाटी जो सड़क लुटेरों की पसंदीदा जगह है. यह घाटी सड़क लूट की घटना को लेकर प्राय: चर्चित रहता है. संभावनाओं केे बावजूद विकास के मामले में यह इलाका पिछड़ा है. सिंचाई के अभाव में खेती नगण्य है. पर्यटन की संभावना के बावजूद प्रशासनिक उदासीनता है, अब जबकि बटिया आदर्श गांव बनने जा रहा है. लोगों में उत्सुकता इस बात को लेकर है कि क्या सड़क लूट की घाटी में होने वाली घटना पर अंकुश लग सकेगा. झूमराज स्थान को एक अच्छा स्वच्छ मंदिर व सुंदर पर्यटन स्थल का सौगात मिल जायेगा.

Next Article

Exit mobile version