जमुई : सदर थाना क्षेत्र के नवीनगर निवासी व्यवसायी बैकुंठ वर्णवाल के अगवा हुए लगभग डेढ़ माह का समय बीत चुका है. इस मामले में पुलिसिया कार्रवाई की बात करे तो अब तक सात लोग जेल जा चुके हैं और एक अभियुक्त की पिटाई मामले में सदर थाना के जीतेंद्र कुमार व गिद्धौर थानाध्यक्ष सत्यव्रत भारती निलंबित हो चुके हैं. लेकिन अभी तक पुलिस कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है.
बैकुंठ के सकुशल घर लौटने की टकटकी लगाये परिजनों की आंखे पथरा गयी है. जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर शाम बैकुंठ वर्णवाल के घर चिपका गये पोस्टर ने लोगों की आस जगा दी है. घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद पुलिस द्वारा कोई सुराग नहीं ढूढ़ पाने के बाद जहां उक्त व्यवसायी से लोगों में निराशा हो रही थी वहीं कुछ आस जगी है. आसपास की लोगों की माने तो चिपकाये गये पोस्टर में 40 लाख की फिरौती मांग की गयी थी. ग्रामीण बताते हैं कि पुलिस को सूचना मिलते ही आनन-फानन में वहां पहुंच कर पोस्टर को अपने कब्जे में ले लिया है.
पुलिस का यह भी कहना है कि पोस्टर किसी शरारती तत्व द्वारा चिपकाया गया है. जबकि ऐसी घटना से नवीनगर गांव में दहशत व्याप्त है. विदित हो कि बीते पांच मई को अपराधियों ने कपड़ा व्यवसायी बैकुंठ वर्णवाल को उस समय अगवा कर लिया था जब वे पूजा करने मंझवे पहाड़ी स्थित पंचबदन मंदिर गये हुए थे. बाद में अपहरणकर्ताओं द्वारा बैकुंठ के परिजनों से तीस लाख रुपये फिरौती की मांग की गयी थी. बहरहाल आगे जो भी हो लेकिन पिछले डेढ़ माह से चल रहे इस मामले में पुलिस अभी तक कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है.