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हेमंत सोरेन व बाबूलाल ने बढ़ायी चार सीटों पर चुनौती

सुनील चौधरी, रांची. झारखंड के दो दिग्गज इस बार दो-दो सीटों पर दो-दो हाथ करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट से भी नामांकन दाखिल किया है. वह पहले दुमका से नामांकन कर चुके हैं. वहीं झारखंड के पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी ने भी धनवार और गिरिडीह से झाविमो प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2014 9:01 AM
सुनील चौधरी, रांची. झारखंड के दो दिग्गज इस बार दो-दो सीटों पर दो-दो हाथ करेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बरहेट से भी नामांकन दाखिल किया है. वह पहले दुमका से नामांकन कर चुके हैं.
वहीं झारखंड के पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी ने भी धनवार और गिरिडीह से झाविमो प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है. चारों सीट अब रोमांचक बन गया है. दोनों दिग्गजों की प्रतिष्ठा दावं पर है.
झामुमो जीतता रहा है बरहेट से
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिस बरहेट सीट से नामांकन दाखिल किया है, यहां से लगातार तीन चुनावों में झामुमो की ही जीत हुई है. वर्ष 2009 में हेमलाल मुमरू ने तब झामुमो के उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की थी. अब वह भाजपा के उम्मीदवार हैं. वहीं हेमलाल से हारने वाले निर्दलीय विजय हांसदा राजमहल सीट से झामुमो के सांसद हैं. अब हेमंत सोरेन इस सीट से भी दावं लगा रहे हैं. उनके खिलाफ हेमलाल मुमरू हैं. दुमका भी झामुमो की परंपरागत सीट रही है.
वहां के कद्दावर नेता रहे स्टीफन मरांडी वर्ष 2000 में झामुमो से और 2005 में निर्दलीय से चुनाव जीते थे. वर्ष 2005 में हेमंत सोरेन भी खड़े हुए थे, पर वह तीसरे स्थान पर रहे थे. वर्ष 2009 में हेमंत सोरेन ने जीत दर्ज की थी. हालांकि दुमका सीट से हर बार भाजपा दूसरे स्थान पर रही है.
धनवार व गिरिडीह में टक्कर
धनवार सीट से वर्ष 2000 और 2005 में भाजपा के रवींद्र राय ने जीत दर्ज की थी. वर्ष 2009 में झाविमो के निजामुद्दीन अंसारी ने जीत दर्ज की थी. हालांकि वह झामुमो में हैं, पर उनका नामांकन रद्द हो गया है. इस सीट से भाजपा के लक्ष्मण सिंह बाबूलाल मरांडी के खिलाफ खड़े हैं. बाबूलाल मरांडी राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं. वहीं हर बार दूसरे स्थान पर रहनेवाले भाकपा माले के राजकुमार यादव चुनावी मैदान में खड़े हैं. गिरिडीह सीट में पिछले तीन चुनाव में अलग-अलग पार्टियों ने जीत दर्ज की है. वर्ष 2000 में भाजपा के चंद्रमोहन प्रसाद, वर्ष 2005 में झामुमो के मुन्नालाल और वर्ष 2009 में झाविमो के निर्भय कुमार शाहाबादी जीते. इस बार निर्भय कुमार शाहाबादी भाजपा के उम्मीदवार हैं, जबकि झाविमो से बाबूलाल खड़े हैं. बाबूलाल के खड़े होने से धनवार और गिरिडीह सीट में रोचक मुकाबला हो गया है.

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