पर्यटन स्थल के रूप में विख्यात है भीमबांध
फोटो,नं.- 9 (कुंड में स्नान करते सैलानी )लक्ष्मीपुर . जमुई-मुंगेर सीमा क्षेत्र में प्रकृति की गोद में बसा भीमबांध जंगल सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है. प्रत्येक वर्ष ठंड के मौसम में हजारों सैलानी यहां गरम जलकुंड में स्नान करने और वनभोज का आनंद लेने के लिए आते है. भीमबांध वर्षों से पर्यटकों के […]
फोटो,नं.- 9 (कुंड में स्नान करते सैलानी )लक्ष्मीपुर . जमुई-मुंगेर सीमा क्षेत्र में प्रकृति की गोद में बसा भीमबांध जंगल सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है. प्रत्येक वर्ष ठंड के मौसम में हजारों सैलानी यहां गरम जलकुंड में स्नान करने और वनभोज का आनंद लेने के लिए आते है. भीमबांध वर्षों से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है. हालांकि सन् 2005 में भीमबांध जंगल में बारूदी सुरंग विस्फोट कर तत्कालीन एसपी सुरेंद्र बाबू की हत्या माओवादियों द्वारा कर दिये जाने के पश्चात कुछ दिनों के लिए भीमबांध तो वीरान हो गया था. लेकिन यहां पर लगभग दो वर्ष पूर्व सीआरपीएफ का कैंप बनने के पश्चात सैलानियों का आना फिर से प्रारंभ हो गया. सैलानियों के आने की वजह से आसपास के लोगों को भी रोजगार का साधन मिल जाता है. भीमबांध की मनोरम वादियां किसी को भी अपनी ओर बरबस खींचती है. पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सीआरपीएफ 131 बटालियन के कमांडेंट एस जैक्शन ने बताया कि पर्यटक निर्भिक रुप से यहां अपने पूरे परिवार के साथ आ कर पिकनिक का आनंद ले सकते है. उन्होंने पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि लोग भय मुक्त होकर यहां आये और पिकनिक का आनंद लें.