संयुक्त अरब अमीरात में एक भारतीय कारोबारी विभिन्न देशों के कैदियों के लिए फरिश्ता बन गया है. इस कारोबारी ने अलग अलग देशों के करीब ऐसे 3700 कैदियों की निशुल्क मदद की जो पैसा नहीं होने की वजह से अपना ऋण नहीं चुका पा रहे थे और जेलों में बंद थे. इस कारोबारी ने न केवल इनका ऋण चुकाया बल्कि स्वदेश लौटने के लिए हवाई टिकट की भी व्यवस्था की.
एक जेवरात कंपनी के मालिक फिरोज जी मर्चेन्ट वर्ष 2011 से 3700 कैदियों को रिहा करा चुके हैं जिनमें इस साल रिहा कराए गए 500 कैदी भी शामिल हैं. उन्होंने इन कैदियों का ऋण चुकाने और हवाई टिकट का बंदोबस्त करने पर करीब छह करोड़ रुपये खर्च किए और इस वर्ष इनकी एक हजार और कैदियों का ऋण चुकाने की योजना है.
मर्चेन्ट ने बताया, ‘‘ मैंने इन कैदियों की दुर्दशा देखी है जो सजा की अवधि पूरी करने के बाद भी केवल इसलिए जेल में बंद हैं क्योंकि उनके पास घर जाने के लिए पैसे नहीं हैं. यहां की जेलों में शानदार सुविधाएं हैं. वे पूरी तरह वातानुकूलित हैं. कैदियों को बढ़िया खाना मिलता है और शिक्षा भी. लेकिन फिर भी जेल तो जेल ही है. इन लोगों को इनके घर परिवार से मिलाया जाना चाहिए.’’