गलतियों से घबराएं नहीं, सबक लें

दक्षा वैदकर अमृत को जॉब करते हुए चार साल हो गये हैं. इस दौरान उसने तीन कंपनियां बदली है. हर कंपनी को छोड़ने या उसे निकाले जाने के पीछे एक वजह रही- उसकी गलतियां. दरअसल, अमृत से जाने-अनजाने में गलतियां हो जाती थी, जिसकी वजह से उसे बार-बार डांटा जाता. कभी बॉस नौकरी से निकाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2014 1:52 AM

दक्षा वैदकर

अमृत को जॉब करते हुए चार साल हो गये हैं. इस दौरान उसने तीन कंपनियां बदली है. हर कंपनी को छोड़ने या उसे निकाले जाने के पीछे एक वजह रही- उसकी गलतियां. दरअसल, अमृत से जाने-अनजाने में गलतियां हो जाती थी, जिसकी वजह से उसे बार-बार डांटा जाता. कभी बॉस नौकरी से निकाल देते, तो कभी डांट खाने पर वह उल्टा जवाब देता और खुद नौकरी छोड़ देता. बार-बार नौकरी बदलने से वह परेशान हो गया था. वह नहीं चाहता था कि इस कंपनी में भी उससे कोई गलती हो और ऐसे हालात बनें. ऑफिस में बहुत कम बोलता.

एक बुजुर्ग सहकर्मी ने एक दिन उससे पूछा, तुम किसी से बात क्यों नहीं करते? अकेले ही बैठे रहते हो कंप्यूटर में मुंह घुसाये. खुश रहा करो. अमृत ने इसकी वजह बतायी. उसने कहा, मैं नहीं चाहता कि मैं अनजाने में कोई गलती करूं, किसी से बहस कर लूं. मुङो डर लगता है कि कहीं काम से मेरा ध्यान न हट जाये. बुजुर्ग सहकर्मी ने उसे समझाया, ‘गलतियां हर किसी से होती हैं, लेकिन उन गलतियों के कारण अगर हम हार मान कर बैठ जाते हैं, तो कुछ हासिल नहीं कर पाते. गलती होने पर हमें हर बार कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करना चाहिए. हमें मन ही मन विचार करना चाहिए कि आखिर भूल कहां हुई. आगे कोई गलती न हो, इसका ध्यान रखना चाहिए.

गलतियां तभी कम होंगी, जब हम अपने काम से जुड़े हर पहलू पर पूरी तरह विचार करेंगे. किसी भी काम को करने में जल्दबाजी मत दिखाओ. इससे गलतियां होने के चांस बढ़ जाते हैं, साथ ही आत्मविश्वास भी कम होता है. विफलता बहुत ज्यादा दुखी करती है, लेकिन हमें चाहिए कि विफलता को भुला कर फिर से अच्छा काम करने की कोशिश करें. लोगों को यह कहने का मौका न दें कि आप काम के मामले में विश्वसनीय नहीं है. गलतियां कम करने के लिए जरूरी है कि लोगों के अनुभव का फायदा उठाया जाये. अगर हम कोई काम करते हैं, तो उसके बारे में अनुभवी लोगों से बात करें, इससे वे आपको सुझाव देंगे और आमतौर पर होने वाली गलतियों की जानकारी देंगे. अक्सर सही फीडबैक से गलती का पता लग जाता है. लगातार गलतियां करने से कई बार इंसान अंदर से टूट जाता है. ऐसे में प्रेरणा मदद करती है.

daksha.vaidkar@prabhatkhabar.in

बात पते की..

ऐसे लोगों के साथ रहें, जो अपने खराब अनुभव भी आपसे शेयर करें, ताकि आप उनकी गलतियों से सीख सकें.

गलतियां सही दिशा भी दिखाती हैं. ये आपको विफलता से लड़ने की ताकत देती हैं. इससे आप अपनी कमियों पर विचार करते हैं.

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