23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

संसार कर्म भूमि व शरीर धर्म भूमि पर होता है युद्ध

गीता जयंती पर राजपुर में सत्संग का आयोजन सोनो . प्रखंड के राजपुर स्थित श्रीगुरु देवालय में मंगलवार को गीता जयंती के अवसर पर भव्य सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. योगाचार्य श्रीश्री 108 श्री भूपेंद्र नाथ सान्याल क्रिया योग संस्था में एकादशी को आयोजित इस गीता जयंती सत्संग में संस्थापक सह संचालक श्याम सुंदर […]

गीता जयंती पर राजपुर में सत्संग का आयोजन सोनो . प्रखंड के राजपुर स्थित श्रीगुरु देवालय में मंगलवार को गीता जयंती के अवसर पर भव्य सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. योगाचार्य श्रीश्री 108 श्री भूपेंद्र नाथ सान्याल क्रिया योग संस्था में एकादशी को आयोजित इस गीता जयंती सत्संग में संस्थापक सह संचालक श्याम सुंदर जी ने अपने आध्यात्मिक व्याख्यान में भक्तों को गीता के गूढ़ तत्वों को बताते हुए इसे बेहद हितकारी व सवोच्च आध्यात्मिक पुस्तक बताया. गीता में परमपिता परमेश्वर श्रीकृष्ण के उपदेशों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि युद्ध सिर्फ एक कुरुक्षेत्र में ही समायोजित संग्राम पर आधारित नहीं है. लड़ाई वस्तुत: दो युद्ध क्षेत्रों पर लड़ी जाती है. उन्होंने बताया कि संसारिक कर्म भूमि व शरीर के धर्म भूमि पर लड़ाई लड़ी जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि इस युद्ध में विजय-पराजय से न सरोकार रखकर मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रयासरत होते हैं. शरीर रुपी धर्म भूमि पर धर्म क्षेत्र में विजयी को आवागमन, जन्म, मरण, दैविक -दैहिक व भौतिक रुप से मोक्ष मिलता है. जबकि पराजित को भी अन्य 84 लाख योनियों में नहीं भटकना पड़ता है. अपने प्रवचन के दौरान उन्होंने गीता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित श्रोताओं को इसके सार-तत्वों से अवगत कराया. प्रवचन के बाद आरती व प्रसाद वितरण भी किया गया. मौके पर विद्वान संजय पांडेय, राजेंद्र राय, चंद्रशेखर प्रसाद, निर्मल सिंह, मनोहर सिंह, कलानंद सिंह आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें