पूर्वांचल के लोगों को हक दिलायेंगे : मनोज तिवारी

पूर्वांचल (झारखंड, बिहार एवं उत्तरप्रदेश) के लोगों को शत-प्रतिशत न्याय नहीं मिला है. दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की संख्या अच्छी है, लेकिन राजनीति में उनको स्थान नहीं मिला पाता है. हमारी अगली लड़ाई पूर्वांचल के लोगों को न्याय दिलाने की है. हम पार्टी स्तर पर इसकी मांग करेंगे. दिल्ली में कम से कम 20 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2014 4:20 AM

पूर्वांचल (झारखंड, बिहार एवं उत्तरप्रदेश) के लोगों को शत-प्रतिशत न्याय नहीं मिला है. दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों की संख्या अच्छी है, लेकिन राजनीति में उनको स्थान नहीं मिला पाता है. हमारी अगली लड़ाई पूर्वांचल के लोगों को न्याय दिलाने की है. हम पार्टी स्तर पर इसकी मांग करेंगे. दिल्ली में कम से कम 20 सीट तो मिलनी ही चाहिए. झारखंड के लोगों को आखिर पलायन करने की नौबत क्यों आती है, यह सोचने की बात है. उक्त बातें भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने प्रभात खबर संवाददाता राजीव पांडेय से विशेष बातचीत में कहीं. प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश.

विधानसभा चुनाव में भाजपा की स्थिति कैसी रहेगी?

झारखंड में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनेगी. हमने अभी तक 20 से ज्यादा सभाएं की है. हमारी नजर में जो दिखता है, उससे भाजपा बहुमत की सरकार बनाने जा रही है. राज्य के लोग यहां भी मोदी जैसी सरकार देखना चाहते है. मैं जब भी सभा में लोगों से कहता हूं कि राज्य में मोदी की सरकार बनेगी, तो सबसे ज्यादा ताली इसी पर बजती है. महाराष्ट्र के चुनाव में 70 सीटों पर पूर्वांचल के लोगों को प्रभाव रहा है.

राज्य का मुख्यमंत्री कौन बनेगा?

पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री कौन होगा यह बाद में तय किया जायेगा. मेरे हिसाब से मुख्यमंत्री जो भी हो वह ईमानदार एवं सबको मिला कर चलने वाला हो. वह आदिवासी एवं गैर आदिवासी से ऊपर उठ कर सोचने वाला हो. झारखंड के लोगों से प्यार करने वाला हो.

झारखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन की है, इसके लिए क्या सोचा है?

आखिर लोगों को जाने की नौबत क्यों आती है. इसके बारे में हमेशा मैं सोचता हूं. पहले की सरकारों ने यहां के लोगों को भगाने का काम किया है. प्रधानमंत्री पलायन के मुद्दे पर बहुत गंभीर हैं. उनके एजेंडा में पलायन का मुद्दा है. दिल्ली की ही लें, वहां की अनियमित कॉलोनियों को पूर्वांचल का माना जाता है.

बिहार में भी चुनाव होनेवाला है,क्या इसे वहां के लिए रिहर्सल माना जाये?

बिहार में चुनाव चल ही रहा है. छह महीने बाद वहां के चुनाव की आधिकारिक घोषणा हो ही जायेगी. यह चुनाव बिहार के लिए महत्वपूर्ण होगा. यहां के नतीजा पर बहुत कुछ असर पड़ेगा. हम यहां भी जीतेंगे एवं बिहार में भी हम पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनायेंगे. गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र एवं हरियाणा जैसे राज्यों को लोग मॉडल मान रहे हैं.

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