वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली से पहले कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों की अमेरिका ने कडी निंदा की है और कहा है कि वह आतंकवाद के हर स्वरुप को हराने के लिए भारत के साथ काम करने को लेकर अपनी ‘‘प्रतिबद्धता’’ पर अटल है.
अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अमेरिका कश्मीर में शुक्रवार को हुए आतंकवादी हमलों की कडी निंदा करता है, जिसमें निदरेष नागरिक, सैन्य और पुलिस कर्मी मारे गये हैं.’’ कश्मीर घाटी में सीमा पार से आए आतंकवादियों ने कल चार हमले किए। उरी में सेना के एक शिविर पर किए गए हमले में एक लेफ्टिनेंट कर्नल सहित 11 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए और त्रल में दो नागरिक मारे गये.
कल शाम विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘‘आतंकवाद के हर स्वरुप को हराने के लिए अमेरिका भारत के साथ करीबी सहयोग पर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता पर अटल है.’’ इसमें कहा गया है, ‘‘इस दुखद हमले में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं.’’ इससे पहले विदेश विभाग ने कश्मीर में किसी भी प्रकार के हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस पर उसकी नीति नहीं बदली है.
विदेश विभाग की उप प्रवक्ता मैरी हर्फ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कश्मीर में किसी भी तरह की हिंसा को लेकर हम चिंतित हैं. कश्मीर पर हम लोगों की नीति नहीं बदली है. हमारा अभी भी मानना है कि कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान वार्ता के लिए तालमेल और गुंजाइश का निर्धारण दोनों देशों को ही करना है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे दूतावास ने दोनों जगह संबंधित सरकारों के समक्ष इस तरह की घटनाओं के मुद्दे को उठाया है और मुद्दे पर काम जारी रखने के लिए दोनों को निश्चित रुप से प्रोत्साहित किया है.’’ हमलों और सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड में पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष कमांडर और सात आतंकवादियों सहित 21 व्यक्ति मारे गये हैं. श्रीनगर और शोपियां में भी आतंकवादियों ने हमला किया.
सोमवार को श्रीनगर शहर में रैली करने जा रहे मोदी ने इन आतंकवादी हमलों की निंदा की और कहा कि यह जबर्दस्त मतदान के कारण बने आशा के माहौल को पटरी से उतारने के लिए आतंकवादियों का ‘हताशा भरा प्रयास’ है. उन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को नमन किया. जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए उरी, श्रीनगर, त्रल और शोपियां में तीसरे और चौथे चरण का मतदान अगले दस दिनों में होना है.