जहां टूट जाते हैं गुरुत्वाकर्षण के नियम

कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां गुरुत्वाकर्षण के नियम टूटते हुए नजर आते हैं. ऐसी कई जगह हैं, जैसे- ग्रैविटी हिल्स, ग्रैविटी रोड्स, मिस्ट्री स्पॉट्स, स्पूक हिल्स आदि. इन सभी जगहों पर एक जैसी घटनाएं देखने को मिलती हैं. इन जगहों पर गाड़ी को बंद अवस्था में रखने पर भी ये खुद-ब-खुद ढलान से ऊपर की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2014 2:58 PM
कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां गुरुत्वाकर्षण के नियम टूटते हुए नजर आते हैं. ऐसी कई जगह हैं, जैसे- ग्रैविटी हिल्स, ग्रैविटी रोड्स, मिस्ट्री स्पॉट्स, स्पूक हिल्स आदि. इन सभी जगहों पर एक जैसी घटनाएं देखने को मिलती हैं. इन जगहों पर गाड़ी को बंद अवस्था में रखने पर भी ये खुद-ब-खुद ढलान से ऊपर की दिशा में चलना शुरू कर देती हैं.
मैग्नेटिक हिल्स को ग्रैविटी हिल्स भी कहा जाता है. दुनिया भर के लगभग 30 देशों में मैग्नेटिक हिल्स हैं. भारत में यह लेह, लद्दाख में है. यह लेह से लगभग 30 किमी की दूरी पर लेह-कारगिल-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर है. इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 11 हजार किमी है. इस पहाड़ी के पूर्वी हिस्से में सिंधु नदी बहती है. धीरे-धीरे यह आस-पास के क्षेत्र में रहनेवालों के बीच एक पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉट बनता जा रहा है. इस हिल में मजेदार बात यह है कि ढलान पर कार नीचे जाने के बजाय खुद-ब-खुद ऊपर की ओर जाने लगती है.
यहां की सड़कों पर पानी या किसी भी तरह का तरल पदार्थ गिराने पर ये भी नीचे की तरफ जाने की बजाय ऊपर की ओर बहने लगते हैं.
इस जगह आनेवाली गाड़ियों पर ही नहीं, बल्कि इन हिल्स के ऊपर से गुजरने वालेहेलीकॉप्टर्स और एयरक्राफ्ट्स पर भी इसका प्रभाव पड़ता है. मैग्नेटिक हिल्स क्षेत्र में आने के बाद हेलीकॉप्टर और एयरक्राफ्ट में तकनीकी गड़बड़ियां होनी शुरू हो जाती हैं, जिससे बचने के लिए इस इलाके से गुजरनेवाले विमान जितना हो सके, उतनी तेज गति से निकल जाते हैं.
लोकलएडमिनिस्ट्रेशन द्वारा हिल को मार्क करने के लिए यहां पर कई बोर्ड लगाये गये हैं, ताकि टूरिस्ट आसानी से पहचान कर सकें. दुनिया में ऐसे अनेक ग्रैविटी हिल्स हैं, लेकिन उनमें से केवल न्यू पेरिस के ग्रैविटी हिल को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में मान्यता मिली है.
वैज्ञानिक क्या देते हैं कारण
इसके पीछे कई सारे साइंटिफिक रीजन्स दिये जाते हैं, जैसे यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां का वातावरण और पहाड़ी ढाल की संरचना मिल कर दृष्टि भ्रम उत्पन्न करते हैं. इसके अनुसार इस हिल का जो सबसे निचला हिस्सा है, वह दरअसल इसका सबसे ऊपरी हिस्सा है और जिसे हम सबसे ऊपरी हिस्सा समझते हैं, वह असल में मैग्नेटिक हिल का सबसे निचला भाग होता है. इसलिए जब गाड़ी कोबंद अवस्था में यहां छोड़ा जाता है, तो वह हमें ऊपर की तरफ जाती हुई दिखती है.
इसके अलावा एक और कारण यह दिया जाता है कि दूर से देखने पर दृष्टि भ्रम की वजह से चीजें कई बार अपने आकार से छोटी या बड़ी दिखाई देती हैं. यह सबसे आम कारण है, जिसे दुनिया भर में कई जगहों पर देखा गया है. इसकी एक वजह पहाड़ी क्षेत्रों में मौजूद लंबी और सीधी सड़कें होती हैं. पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण इनका क्षैतिज तल अस्पष्ट होता है, जो दृष्टि भ्रम उत्पन्न करता है. कुछ लोग यह भी मानते हैं कि इस पहाड़ में मौजूद मैग्‍नेटिक पावर के कारण ऐसा होता है. इसका सही कारण क्या है, यह अभी तक अनसुलझा है.
प्रस्तुति : पूजा कुमारी

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