गंदे पानी से चार्ज होगा मोबाइल
अगर आपको अपने मोबाइल को चार्ज करना है और बिजली नहीं है तो परेशान न हों, क्योंकी अब आपका मोबाइल पानी से चार्ज हो जाएगा. स्वीडन के शोधकर्ताओं ने पहला ऐसा वाटर एक्टिवेटेड चार्जर तैयार किया है जो साधारण पानी के पोखर से भी आपके फोन को चार्ज कर सकता है. यह चार्जर माइक्रो फ्यूल […]
अगर आपको अपने मोबाइल को चार्ज करना है और बिजली नहीं है तो परेशान न हों, क्योंकी अब आपका मोबाइल पानी से चार्ज हो जाएगा. स्वीडन के शोधकर्ताओं ने पहला ऐसा वाटर एक्टिवेटेड चार्जर तैयार किया है जो साधारण पानी के पोखर से भी आपके फोन को चार्ज कर सकता है.
यह चार्जर माइक्रो फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी पर आधारित है जो स्टॉकहोम स्थित केटीएच रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में तैयार किया गया है. माईएफसी पावरट्रेक नामक यह चार्जर साधारण पानी के उपयोग से 3 वाट तक उपकरणों की बैट्री लाइफ को बढ़ा सकता है.
माईएफसी के संस्थापक और केटीएच के शोधकर्ता एंडर्स लुंदब्लैड का कहना है कि इस उपकरण को ताजा पानी या फिर समुद्र के पानी से भी ऊर्जा दी जा सकती है. पानी का पूरी तरह से साफ होना भी जरूरी नहीं है. एंडर्सका कहना है कि उन्होंने जो उपकरण विकसित किया है उसके विकास को उभरते बाजारों में प्रसार के लिए काफी जगह है. भारत जैसे कई ऐसे बड़े देश हैं जहां मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या और मोबाइल का उपयोग तेजी से बढ़ा है.
लेकिन बिजली की कईइलाकों में अनुपलब्धता के कारण लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं.मोबाइल पर निर्भरता के लगातार बढऩे से इस तरह के अनोखे चार्जर के लिए बड़ा बाजार मिल सकता है. इस कॉम्पैक्ट पावरटै्रक चार्जर को यूएसबी कनेक्टर की मदद से मोबाइल आदि डिवाइस से जोड़ा जा सकता है.इस चार्जर के अंदर फिट रिसाइकलेबल मेटल डिस्क पर जब पानी डाला जाएगा तो इससे हाइड्रोजन गैस रिलीज होगी और वह ऑक्सीजन के साथ मिलकर रसायन ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदल देगी.
इस प्रक्रिया से पैदा होने वाली ऊर्जा एक आईफोन को उसकी बैट्री क्षमता की 25 से 100 फीसदी ऊर्जा देने में सक्षम है. लुंदब्लैड ने कहा कि माईएफसी के पीछे उनका लक्ष्य फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी का व्यावसायीकरण करना है ताकि एन्वायरनमेंट फ्रेंडली टेक्नोलॉजी के विकास में मदद मिल सके. उन्होंने यह भी कहा कि यह चार्जर लैपटॉप में फ्यूल सेल के इस्तेमाल की दिशा में भी एक अहम कदम है.
समाज में फ्यूल सेल्स की स्वीकार्यता की तरफ यह एक रणनीतिक कदम है. फिलहाल इस चार्जर को महंगा माना जा सकता है, लेकिन आगे चलकर बड़ा बाजार मिलने पर इसकी कीमत वे काफी कम कर देंगे जिससे यह सभी की पहुंच में आसानी से होगा. फिलहाल भी फ्यूल सेल का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक कारों, ट्रकों और बसों में साथ ही अस्पताल आदि में बिजली सप्लाई सिस्टम का बैकअप रखने के लिए किया जाता है.
फ्यूल सेल से बिजली उत्पन्न करने को वह सुरक्षित और पर्यावरण के लिहाज से बेहतर मानते हैं. माईएफसी की योजना है कि वह अपने माईएफसी पावरट्रेक प्रोडक्ट के लिए एक ऑनलाइन स्टोर खोल लिया जाए. कंपनी चीन, जापान, अमेरिका और यूरोपीय देशों में पहले ही यह टेक्नोलॉजी बेच रही है.