मात्र एक कमाऊ पुरुष था परिवार में
झाझा . चौकीदार जोसेफ मुर्मू की मौत ने उसके परिवार के सदस्यों को झकझोर कर रख दिया है. मृतक की मां एवं पत्नी हीरा देवी बदहवाश है. बताते चलें कि मृतक के पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी है और उसे चार पुत्री कुसुम, ज्योति, नैनसी तथा छोटी एवं एक पुत्र आशीष है. सबों […]
झाझा . चौकीदार जोसेफ मुर्मू की मौत ने उसके परिवार के सदस्यों को झकझोर कर रख दिया है. मृतक की मां एवं पत्नी हीरा देवी बदहवाश है. बताते चलें कि मृतक के पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी है और उसे चार पुत्री कुसुम, ज्योति, नैनसी तथा छोटी एवं एक पुत्र आशीष है. सबों की परवरिश जोसेफ के वेतन से ही होती है. बदहवास मृतक की पत्नी कहती हैं कि अब हमलोगों की जिंदगी कैसे कटेगी. आसपास के सभी लोगों के मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी कि हे भगवान तुने क्या किया. उसके बच्चे रोते हुए कह रहे थे कि अब हमें कौन पढ़ायेगा और कौन हमारा भरण-पोषण करेगा.