पांच से एक सीट पर आ गयी थी भाजपा
2005 में चौथे चरण की 15 में से पांच सीटें जीती थी भाजपा, वर्ष 2009 में सुनील कुमार झा रांची : विधानसभा के चौथे चरण में 15 सीटों पर चुनाव होगा. इनमें से वर्तमान में सबसे अधिक पांच सीट पर झारखंड विकास मोरचा का कब्जा है, जबकि तीन सीट पर झारखंड मुक्ति मोरचा के विधायक […]
2005 में चौथे चरण की 15 में से पांच सीटें जीती थी भाजपा, वर्ष 2009 में
सुनील कुमार झा
रांची : विधानसभा के चौथे चरण में 15 सीटों पर चुनाव होगा. इनमें से वर्तमान में सबसे अधिक पांच सीट पर झारखंड विकास मोरचा का कब्जा है, जबकि तीन सीट पर झारखंड मुक्ति मोरचा के विधायक हैं. दो सीट कांग्रेस के पास है. इसके अलावा आजसू, राजद, भाजपा, माले व मासस के पास एक-एक सीट है. 2009 के चुनाव में इन 15 सीटों पर भाजपा अपनी पांच में से चार सीट हार गयी थी. भाजपा केवल झरिया विधानसभा सीट ही बचा सकी थी.
वर्ष 2005 के चुनाव में मधुपुर, जमुआ, सिंदरी, धनबाद, झरिया सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई थी. जबकि देवघर व बाघमारा में भाजपा के उस समय के सहयोगी दल के प्रत्याशी विधायक चुने गये थे. 2009 के चुनाव में भाजपा की इन सीटों पर करारी हार हुई. पहली बार चुनाव लड़ रहे झारखंड विकास मोरचा ने इन सीटों पर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करायी थी. 15 में से पांच सीटों पर झाविमो जीतने में सफल रहा था. झाविमो ने दो सीट भाजपा से व एक सीट जदयू से छीनी थी. इसके अलावा एक -एक सीट कांग्रेस व झामुमो से छीनी थी. झारखंड मुक्ति मोरचा को भी एक सीट का नुकसान उठना पड़ा था. वर्ष 2005 के चुनाव में झामुमो के पास चार सीट थी, जो वर्ष 2009 में घट कर तीन हो गयी.