इंटरलाकिंक रूट टिले सिस्टम का कार्य जोरों पर
झाझा. दानापुर रेल डिवीजन का अति महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन झाझा कई मायनों में अहम हैं. पर संसाधनों का भारी टोटा है. बावजूद इसके रेलवे बोर्ड ने सिग्नल सिस्टम को आत्याधुनिक बनाते हुए झाझा में भी इंटरलाकिंक रूट रिले सिस्टम की नींव डाली गई. जहां वर्षों पहले भव्य बिल्डिंग बन कर खड़ा है. लेकिन मशीनों एवं […]
झाझा. दानापुर रेल डिवीजन का अति महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन झाझा कई मायनों में अहम हैं. पर संसाधनों का भारी टोटा है. बावजूद इसके रेलवे बोर्ड ने सिग्नल सिस्टम को आत्याधुनिक बनाते हुए झाझा में भी इंटरलाकिंक रूट रिले सिस्टम की नींव डाली गई. जहां वर्षों पहले भव्य बिल्डिंग बन कर खड़ा है. लेकिन मशीनों एवं अन्य अत्याधुनिक वस्तुओं लगाने को लगातार कार्य हो रहे है. इस संबंध में वरीय सिगनल अभियंता श्रवण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि भवन तो बहुत पहले बन कर तैयार है. लेकिन कार्य सिस्टम पुरी तरह से नहीं लगाया है. जिसके चलते कार्य करना शुरू नहीं किया गया है. अभियंता ने बताया कि यह सिस्टम के शुरू हो जाने से ईस्ट केबिन,वेस्ट केबिन एवं ट्रेन चलाने का झाझा स्थित कंट्रोल रूम बंद हो जायेगा एवं सारा सिस्टम एक बटन के दबाने से कार्य करना शुरू कर देगी. बताया कि ट्रेन के परिचालन, ट्रेकिंग सिस्टम एवं पैनल कार्ड पूरी तरह से एक ही बटन पर आधारित रहेगा. सिस्टम एक समय भाग दो आदमी बैठेंगे एवं ट्रेनों के परिचालन को दिशा देगा. इस सिस्टम के शुरू हो जाने से सभी केबिन बंद हो जायेगे एवं उसमें कार्य करने वाले कर्मियों को दूसरे जगह समायोजन किया जाएगा. एक जगह बैठक कर सारे कार्यों को निष्पादन किया जा सकेगा. इसके बन जाने से न सिर्फ आदमियों का कमी पूरी होगी. बल्कि स्टेशन अत्याधुनिक हो जाने के साथ-साथ सभी कार्य तेजी से चलते रहेंगे. बताया कि पूरी सिस्टम में दो बटन लगा रहेगा. मुख्यत: एक ही बटन से कार्य संपादित होगा.यदि पहला बटन किसी तरह कार्य करना बंद देगा. तभी दूसरे बटन का इस्तमान किया जायेगा. झाझा वासियों के लिए यह एक अनुपम उपहार है.