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नाम बड़ा नहीं, लेकिन फाइट दिया तगड़ा

विधानसभा की कई सीटों पर नये खिलाड़ियों ने दी कांटे की टक्कर रांची : झारखंड में चुनावी समर का हो-हल्ला अब खत्म होने की ओर है. चुनाव में रोमांच भरपूर रहा. विधानसभा की कई सीटें कांटे की टक्कर में फंसी हैं. विधानसभा चुनाव में नये रणबाकुरों ने भी खूब पसीना बहाया. ऐसे कई प्रत्याशी हैं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2014 8:34 AM
विधानसभा की कई सीटों पर नये खिलाड़ियों ने दी कांटे की टक्कर
रांची : झारखंड में चुनावी समर का हो-हल्ला अब खत्म होने की ओर है. चुनाव में रोमांच भरपूर रहा. विधानसभा की कई सीटें कांटे की टक्कर में फंसी हैं. विधानसभा चुनाव में नये रणबाकुरों ने भी खूब पसीना बहाया. ऐसे कई प्रत्याशी हैं जो राजनीति में बड़ा नाम नहीं हैं, लेकिन सामने चुनाव लड़ रहे दिग्गज नेताओं को भी पानी पिलाया है.
नये खिलाड़ियों ने चुनाव का सस्पेंस बढ़ा दिया है. ऐसी कई सीटें हैं, जहां नये चेहरों ने कड़ी टक्कर दी है.हर दल में नये-नये खिलाड़ी थे. बाजी पलटने में कामयाब रहे, तो विधानसभा की तसवीर बदल जायेगी. कई नये चेहरे चुनाव जीत कर आयेंगे. कुछ नये दलों का खाता भी विधानसभा में खुल सकता है. हुसैनाबाद से बसपा के उम्मीदवार शिवपूजन कुशवाहा ने दूसरे प्रत्याशियों के सामने कांटे बिछा दी है. हुसैनाबाद में शिवपूजन की उपस्थिति ने सारे समीकरण बदल दिये हैं.
उधर गढ़वा से मिथिलेश ठाकुर ने भी दिग्गज नेताओं के राह मुश्किल कर दी है. यहां राजद के प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह के सामने संकट है. भाजपा ने भी कई ऐसे चेहरे हैं, जो आने वाले समय पर लोगों को चौंका सकते हैं. चुनावी उठापटक में इनका दावं ठीक पड़ा, तो विधानसभा में ये नये चेहरे हो सकते हैं. पांकी से अमित तिवारी, गुमला से शिवशंकर, सरायकेला से गणोश महली, चाईबासा से जेबी तुबीद, बोकारो से विरंची नारायण, निरसा से गणोश मिश्र जैसे लोगों पर निगाहें होंगी. उधर आजसू के विकास मुंडा भी नये चेहरे हो सकते हैं. पिछले चुनाव में चूक गये विकास ने इस बार पूरी ताकत लगायी है.
इधर झाविमो के भी कई नये खिलाड़ी सामने आये हैं. झाविमो की टोली में शामिल हो कर ये विधानसभा का रास्ता तय कर सकते हैं. डालटनगंज से आलोक चौरसिया, सिमरिया से गणोश गंझू और सिसई से एदरा बोदरा पर पार्टी ने आस लगायी है.
उधर झामुमो खेमा को कुणाल षाडंगी, सिल्ली के अमित महतो जैसे नेताओं पर भरोसा है. वहीं कांग्रेस घाटशिला से प्रदीप बलमुचु की बेटी सिंड्रैला बलमुचु पर भरोसा कर रही है. मनिका से कांग्रेस को मुनेश्वर उरांव जैसे नये चेहरे पर भी भरोसा है. फैसला 23 को होना है, लेकिन इतना तय है कि कई नये चेहरे झारखंड की राजनीति में दस्तक देंगे.

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