पाक में मौत की सजा को मंजूरी, शरीफ ने कहा – कुर्बानी बर्बाद नहीं जाएगी
इस्लामाबाद : मंगलवार को आर्मी स्कूल में घुस कर आतंकी हमले को अंजाम देने वालों के खिलाफ पाकिस्तान सरकार सख्त हो गई है. आज सर्वदलीय बैठक में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि कल का हादसा केवल हमारे देश के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनियां के लिए […]
इस्लामाबाद : मंगलवार को आर्मी स्कूल में घुस कर आतंकी हमले को अंजाम देने वालों के खिलाफ पाकिस्तान सरकार सख्त हो गई है. आज सर्वदलीय बैठक में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि कल का हादसा केवल हमारे देश के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनियां के लिए एक दर्दनाक घटना है.
उन्होंने कहा कि इस हमले में बच्चे, शिक्षक और हमारे जवान मारे गए हैं. मैं उनके साहस की सराहना करता हूं. मैं आपको यकीन दिलाना चाहता हूं कि उनकी यह कुर्बानी जाया नहीं जाएगी. उनकी इस कुर्बानी का बदला लिया जाएगा. हमारे जवानों ने साहस का परिचय देते हुए सभी आतंकियों को मार गिराया.
उन्होंने कहा कि हम उनके साथ बातचीत के साथ समस्या का हल निकालना चाहते थे लेकिन इसका नतीजा आपके सामने है, अब इनको बख्शा नहीं जाएगा. पूरे इलाके से इनका खत्मा करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. इनके खिलाफ आर्मी का ऑपरेशन सही दिशा में जा रहा है. उनके खिलाफ कार्रवाई सही है.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में अफगानिस्तान से हमारी बात हुई है. दोनों देश साथ मिलकर आतंकवाद का खात्मा करेंगे. हम अपने देश की जमीन का उपयोग आतंकियों को नहीं करने देंगे. शरीफ ने कहा कि कल हमें जो आतंकियों ने जख्म दिया है उसे हम हमेशा अपनी आंखों के सामने रखेंगे ताकि हमें हमारा लक्ष्य हमेशा याद रहे. हम आतंक के खिलाफ ऑपरेशन को अंतिम अंजाम तक ले जायेंगे.
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में आतंक के दोषियों को मौत की सजा दी जाएगी. पहले यहां इस तरह की सजा नहीं थी. आज पाकिस्तान ने मौत की सजा को मंजूरी दे दी है.
गौरतलब है कि छह तालिबानी आत्मघाती आतंकियों ने मंगलवार को यहां आर्मी स्कूल में घुस कर अंधाधुंध गोलियां बरसायी जिसमें 132 बच्चों समेत 141 लोगों की मौत हो गई. आतंकियों ने एक शिक्षिका को जिंदा जला दिया. चौकीदार समेत नौ स्टॉफ को भी मार डाला. गोलीबारी में सैकड़ों बच्चों समेत 245 लोग घायल हुए. अर्धसैनिक फ्रंटियर कोर की वरदी में आये अरबी भाषी हमलावर सुबह 10.30 बजे पीछे की दीवाल फांद कर वरसाक रोड स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में घुस गये. कक्षाओं में बारी- बारी से जाकर गोलियां बरसायीं और मासूमों की हत्या कर दी.