बाघ ने कर दी सिट्टी पिट्टी गुम
तीन दिन तक पेड़ पर टंगे रहे बाघ सामने आ जाए तो वैसे ही आदमी की हालत उसे देखते हुए खराब हो जाती है और तब क्या हो जब बाघों का समूह ही अपने आसपास आ जाए… सुनने में ही डरावना लगता है यह मंजर,मगर इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में बाघों के समूह ने पांच […]
तीन दिन तक पेड़ पर टंगे रहे
बाघ सामने आ जाए तो वैसे ही आदमी की हालत उसे देखते हुए खराब हो जाती है और तब क्या हो जब बाघों का समूह ही अपने आसपास आ जाए… सुनने में ही डरावना लगता है यह मंजर,मगर इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में बाघों के समूह ने पांच व्यक्तियों को घेर लिया. इन बाघों से बचने के लिए वे तीन दिन तक भूखे-प्यासे पेड़ पर ही टंगे रहे,जबकि उनका एक छटा साथी बाघों का निवाला बन गया.
ये लोग सुमात्रा द्वीप के उत्तरी क्षेत्र असेह प्रांत के सिम्पांग किरि क्षेत्र के रहने वाले हैं. ये सभी गुरुवार को गुनुंग लेउसेर नेशनल पार्क के घने जंगलों में गए थे. जहां इन पर बाघों के एक समूह ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि एक हिरण को मारने के चक्कर में गलती से इन लोगों ने बाघ के एक शावक को मार दिया. जिससे बाघों का समूह इन लोगों पर गुस्सा होकर टूट पड़ा. बाघों ने एक व्यक्ति को तो मार डाला, मगर बाकी पांच अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों पर चढ़ने में कामयाब हो गए.
पेड़ पर चढ़े-चढ़े इन लोगों ने पड़ोस के गांव वालों को मोबाइल से फोन कर इसकी जानकारी दी. गांव के कुछ लोग इनको बचाने गए, लेकिन जैसे ही उन्होंने वहां चार विशाल बाघों को घूमते देखा, तो वे वैसे ही वे वहां से उल्टे पांव भाग निकले. इसके बाद 30 सदस्यों का एक बचाव दल इन लोगों को ढूंढने निकला. जंगल में इन लोगों को ढूंढने में उसे तीन दिन लग गए और बड़ी मशक्कत के बाद इन्हें बचाया जा सका.
तो बेहोश करना पड़ता:
स्थानीय पुलिस प्रमुख डिकी सोंडानी ने बताया कि बचाव दल बाघों को इन लोगों के पास से दूर करने में कामयाब रहा. यदि यह बाघ पेड़ के बहुत पास होते तो उन्हें नशीली गोली के जरिए बेहोश करना पड़ता, मगर इसकी जरूरत नहीं पड़ी.
सुगंधित लकड़ी की तलाश:
उत्तरी सुमात्रा और आसेह प्रांत की सीमा से लगा यह राष्ट्रीय पार्क करीब 7930 वर्ग किलोमीटर में फैला है. यहां पाई जाने वाली सुगंधित लकड़ी की तलाश में अक्सर यहां लोग आ जाते हैं.