तालिबान ने पाकिस्तानी नेताओं के बच्चों को मारने की धमकी दी
पेशावर : पेशावर के सैनिक स्कूल में हमला कर 132 बच्चों को मौत के घाट उतारने वालेतहरीक-ए-तालिबान ने अब नेताओं के बच्चों को मारने की भी धमकी देनी शुरू कर दी है. तालिबान का कहना है कि अगरशरीफ सरकार(पाकिस्तानसरकार) आतंकियों को फांसी देने का फैसला नहीं बदलती है इसके बाद नेताओं के बच्चों और सैन्य […]
पेशावर : पेशावर के सैनिक स्कूल में हमला कर 132 बच्चों को मौत के घाट उतारने वालेतहरीक-ए-तालिबान ने अब नेताओं के बच्चों को मारने की भी धमकी देनी शुरू कर दी है.
तालिबान का कहना है कि अगरशरीफ सरकार(पाकिस्तानसरकार) आतंकियों को फांसी देने का फैसला नहीं बदलती है इसके बाद नेताओं के बच्चों और सैन्य अधिकारियों के बच्चों को फिर से निशाना बनाया जाएगा.
अधिकारियों को यह धमकी एक पत्र के माध्यम से दी गई. तालिबान के मोहम्मद खरसानी की ओर से भेजा गया यह पत्र अधिकारियों को शुक्रवार शाम को मिला. खुरसानीतहरीक-ए-तालिबान प्रमुख मुल्ला फजमुल्ला के प्रमुख लड़ाकों में से एक है.
सूत्रों ने प्राप्त जानकारी के मुताबिक अभी इस पत्र की सत्यता की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही पता लग पाएगा कि यह पत्र तानिबान ने भेजा है या नहीं.
कथित तौर पर खरसानी द्वारा भेजे गए इस खत में कहा गया है कि उनके द्वारा की गई बच्चों की हत्या बिलकुल सही है क्योंकि सैनिकों के बच्चे भी भविष्य में उन्हीं की तरह इस्लाम विरोधी रास्ते पर चलते.
तालिबान द्वारा भेजे गए इस खत में पाकिस्तान सरकार पर आएसआई और सेना के अधिकारियों के हाथों की कठपुतली बन जाने का आरोप लगाया गया है और साथ ही इन संस्थाओं को बदलने की जरूरत पर भी बल दिया गया है. खत में सरकार और सेना के साथ-साथ मानवाधिकार संगठनों पर भी सवाल खड़े किए गए हैं.
पत्र में सीधे तौर पर चुनौती दी गई है कि यदि जेल में बंद किसी भी आतंकी को फांसी दी जाती है तो फिर से कई और बच्चों को मारा जाएगा. जिसके बाद सेना के जनरल और मंत्री अपने घर में भी शोक मनाने पर मजबूर हो जाएंगे.
पत्र में कहा गया है कि सरकार की ओर से बोलने वाले इस्लामिक विद्वान भी जवाब देने के लिए तैयार रहे हैं.
गौरतलब है कि तालिबान ने पेशावर स्कूल पर हुए हमले जिम्मेदारी लेते हुए बयान दिया था उनका द्वारा किया गया हमला उचित है क्योंकि सेना उनको और उनके परिवार के बच्चों को भी लगातार निशाना बनाती रही है.