लंदन:किसी ने एक शख्स से पूछा कि अगर तुम्हारे कान काट लिए जाएं तो क्या होगा, उसने जवाब दिया कि ऐसा हुआ तो मैं देख नहीं पाउंगा, सवाल करने वाले ने हैरत से पूछा, क्यो? तो जवाब मिला कि तब मैं चश्मा कहां टिकाउंगा. कहने को तो यह लतीफा है, लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे एक अलग अंदाज में सच साबित कर दिया है. वैज्ञानिकों ने एक ऐसा क्रांतिकारी उपकरण बनाने का दावा किया है, जिसकी मदद से नेत्रहीन लोग अपने कानों की मदद से देख सकेंगे.
दरअसल सेंसर युक्त यह उपकरण दिमाग को इस बात के लिए प्रशिक्षित करेगा कि वह किसी चीज का नाम सुनकर उसकी छवि बना दे और ऐसा होने पर नेत्रहीन और आंशिक रुप से दृष्टिबाधित लोगों को ध्वनियों के माध्यम से छवियां दिख सकेंगी.ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी आफ बाथ के अनुसंधानकर्ताओं के एक दल ने डा. माइकल प्राक्स की रहनुमाई में इस बात का पता लगाया कि इस उपकरण की मदद से आंखों की जांच के दौरान दृष्टिबाधित लोगों ने किस तरह से प्रतिक्रिया दी.
इस परीक्षण में भाग लेने वालों ने इस विशेष उपकरण की मदद से छवियों को बेहतर तरीके से पहचान लिया और वह भी तब जब उन्हें इस उपकरण के इस्तेमाल का अधिक प्रशिक्षण नहीं दिया गया था. वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस उपकरण के इस्तेमाल का पर्याप्त प्रशिक्षण दिए जाने के बाद यह नेत्रहीनों को कानों से ‘देखने’ की क्षमता प्रदान कर सकता है.