अब बायोनिक हाथ
बर्लिन : जर्मन वैज्ञानिकों ने नरम मैटीरियल से बायोनिक हाथ विकसित किया है, जिसमें चीजों को उठा सकने की कुशलता है. सिलिकॉन या रबर जैसी मुलायम चीजों से बनी अंगुलियां को कंप्रेस्ड हवा की मदद से फुलाया जाता है. इसकी वजह से उनमें विशेष क्षमता आती है जो उन्हें मोटर, गीयर, ज्वाइंट व कारों से […]
बर्लिन : जर्मन वैज्ञानिकों ने नरम मैटीरियल से बायोनिक हाथ विकसित किया है, जिसमें चीजों को उठा सकने की कुशलता है. सिलिकॉन या रबर जैसी मुलायम चीजों से बनी अंगुलियां को कंप्रेस्ड हवा की मदद से फुलाया जाता है.
इसकी वजह से उनमें विशेष क्षमता आती है जो उन्हें मोटर, गीयर, ज्वाइंट व कारों से बने परंपरागत इलेक्ट्रोमैकेनिकल हाथों से अलग करती है. इस बायोनिक हाथ को बर्लिन के रोबोटिक्स–साइंस एंड सिस्टम्स सम्मेलन में पेश किया गया, जहां पीएचडी छात्र रफाएल डाइमेल ने उसके काम करने के तरीके का प्रदर्शन किया.
नहीं होगा गर्मी, पानी, रेत का असर : एयर कंप्रेशन तकनीक के इस्तेमाल का मतलब यह हुआ है कि अंगुलियां कितना मुड़ेंगी यह पकड़ी जाने वाली वस्तु के आकार पर निर्भर करेगा. डाइमेल बताते हैं, हाथ को किसी सेंसर तकनीक की जरूरत नहीं होती. यह कलम से लेकर सनग्लासेस और बोतल से लेकर कपड़े तक अलग अलग चीजों को उठा सकता है. इस पर गर्मी, पानी व रेत का भी असर नहीं होता.