भागलपुर की एडीएम 20 करोड़ की मालकिन
* भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई, इस साल अब तक लगभग 150 करोड़ की संपत्ति जब्त पटना : राज्य में पिछले सात महीनों में भ्रष्ट अधिकारियों की 150 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. शुक्रवार को फिर तीन अधिकारियों के यहां छापे पड़े. भागलपुर की अपर जिला दंडाधिकारी जयश्री ठाकुर […]
* भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई, इस साल अब तक लगभग 150 करोड़ की संपत्ति जब्त
पटना : राज्य में पिछले सात महीनों में भ्रष्ट अधिकारियों की 150 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. शुक्रवार को फिर तीन अधिकारियों के यहां छापे पड़े. भागलपुर की अपर जिला दंडाधिकारी जयश्री ठाकुर 20 करोड़ दो लाख 47 हजार 787 रुपये की मालकिन निकलीं.
आर्थिक अपराध इकाई ने इनके पांच ठिकानों पर छापेमारी कर आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने का मामला दर्ज किया है. शुक्रवार को आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जयश्री ठाकुर समेत दो अधिकारियों के यहां छापेमारी की गयी, वहीं विजलेस ब्यूरो ने एक पदाधिकारी के यहां छापेमारी की. तीनों सरकारी पदाधिकारियों के यहां से 23 करोड़ 50 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति बरामद की गयी है. तीनों के पटना, मुजफ्फरपुर, बांका, भागलपुर व बिहारशरीफ स्थित कुल 11 ठिकानों पर छापेमारी की गयी.
– किन–किन के यहां हुई छापेमारी
आर्थिक अपराध इकाई ने की छापेमारी
1. शिवनंदन साह, सहायक अभियंता, भवन निर्माण, मुजफ्फरपुर —— 1. शिवनंदन साह के ससुर शिवनंदन साव का डांगी, थाना–छबिलापुर, जिला नालंदा स्थित आवास 2. ग्राम जुनैदी, थाना सिलाव, जिला नालंदा स्थित पैतृक आवास 3. दामोदरपुर पठान टोली, साहु कॉलोनी, थाना कांटी, जिला मुजफ्फरपुर स्थित आवास 4. कंबाइंड बिल्डिंग, मुजफ्फरपुर स्थित कार्यालय. —- कुल संपत्ति बरामद ——- 1, 51,51, 402 रुपये
2. जयश्री ठाकुर, अपर जिला दंडाधिकारी, भागलपुर —— 1. 404 सुंदरम अपार्टमेंट, तिलकामांझी, जिला भागलपुर स्थित आवास 2. जिला दंडाधिकारी कार्यालय, भागलपुर 3. जयश्री ठाकुर के पति राजेश कुमार चौधरी पिता वैद्यनाथ चौधरी का गोड्डा स्थित आवास, 4. जयश्री ठाकुर के भाई जयशंकर ठाकुर, पिता स्व गणेश ठाकुर, साकिन–ब्रहमपुर, थाना–बौंसी, जिला बांका स्थित आवास 5. जयश्री ठाकुर का जलालपुर सिटी, पटना स्थित फ्लैट में तलाशी.—- कुल संपत्ति बरामद —- 19,02,47,787 रुपये
विजलेंस ब्यूरो ने की छापेमारी
3. सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, पूर्वी क्षेत्र मुजफ्फरपुर —— 1. टीवी टॉवर रोड, बहादुर पटना स्थित एमआइजी आवास 2. बिहारशरीफ टाउन स्थित किराये के मकान में छापेमारी —— कुल संपत्ति बरामद —— तीन करोड़ रुपये
* जुनैदी गांव से खाली हाथ लौटी टीम
सिलाव (नालंदा): स्थानीय थाने के जुनैदी गांव में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में आर्थिक अपराध शाखा ने भवन निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शिवनंदन शाह के पैतृक घर में छापेमारी की. शिवनंदन शाह मुजफ्फरपुर में भवन निर्माण विभाग में कार्यरत है.
छापेमारी में निगरानी की टीम को कुछ भी हाथ नहीं लगा. छापेमारी के समय मौजूद सिलाव की पुलिस ने बताया कि शिवनंदन शाह चार भाई है, सभी अलग–अलग जगहों पर अपना–अपना व्यवसाय करते हैं. बड़ा भाई मदन शाह कोलकाता में वाहन का व्यवसाय करते हैं. दूसरे भाई सियाशरण शाह बरनामा में दुकान चलाते हैं. शिवनंदन शाह तीसरे नंबर पर है.
चौथा व छोटा भाई विजय शाह दुकान चलाते हैं. निगरानी के इस छापेमारी में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार चौधरी, एसके तिवारी, संजय कुमार सत्यार्थी, अनुसूचित जाति थानाध्यक्ष प्रभा कुमारी व सिलाव के थानाध्यक्ष सुजउद्दीन भी मौजूद थे.
* इनके यहां छापा
जयश्री ठाकुर, एडीएम
शिवनंदन साह, अभियंता
सत्येंद्र प्र सिन्हा, अभियंता
* इओयू व विजिलेंस की कार्रवाई
* 23 करोड़ 50 लाख की संपत्ति जब्त
* पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहारशरीफ में 11 ठिकानों पर छापे
* इंजीनियर के घर डेढ लाख का सोफा व 10 हजार का ट्रे
मुजफ्फरपुर : इंजीनियर शिव रतन साह के घर के अंदरूनी साज–सज्जा को देख आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारी चौंक गये. आलीशान मकान में रहने वाला इंजीनियर ने अपने घर के सभी कमरे के अंदर लाखों रुपये खर्च कर डिजाइन करा रखा है. यहीं नहीं, उसके घर के सभी कमरे वातानुकूलित है. घर के किचेन व बाथरूम के साज–सज्ज में भी लाखों रुपये खर्च किये गये है. उसके बाथरूम में लगा नल व झरने की कीमत लाखों रुपये आंकी गयी है.
प्रथम तल पर रखा सोफे की कीमत डेढ लाख रुपये है. वही ग्राउंड तल पर भी एक सोफा रखा था, जिसकी कीमत 60 हजार रुपये से अधिक आंकी गयी है. घर के सभी कमरों व खिड़की में अल्मुनियम व महंगे लकड़ी का चौखट लगा है. टीम के सदस्यों का कहना था कि इंजीनियर शिव रतन के विभाग के ही अधिकारी अवधेश मंडल के घर पर जून माह में आर्थिक अपराध ने छापेमारी की थी. उसके बाद से ही यह सतर्क हो गया था.
शिवरतन साह के घर के अंदर रखे फर्नीचर की कीमत 20 लाख रुपये आंकी गयी है. छापेमारी टीम में शामिल एक सदस्य का कहना था कि किचन चाय परोसने के लिए रखी ट्रे की कीमत 10-10 हजार रुपये थी. तीन मंजिले मकान में कांटी में तैनात जेपीएस इंजीनियर के घर में किराये का कमरा लेकर रहती है. छापेमारी के वक्त उनकी आइ टेन कार घर में लगी थी.
इंजीनियर के 13 बैंक खाते के कागजात को जब्त किया है. उन खातों में इंजीनियर व उसके परिजनों के नाम पर 30 लाख से अधिक रकम जमा है. टीम के सदस्यों ने पांच बैंक के तेरह खातों को फ्रीज कर दिया है. यहीं नहीं, देना बैंक के लॉकर को सील कर दिया गया है. आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी की भनक लगते ही इंजीनियर शिव रतन साह फरार हो गया.
बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह उसे मोहल्ले में ही देखा गया था. सुबह टहलने के बाद वह घर लौट रहा था, तब तक उसके घर को चारों तरफ से टीम के सदस्य घेर चुके थे. गेट पर पुलिस को देखते ही वह फरार हो गया.
इंजीनियर शिव नंदन शाह के आवास पर छापेमारी में दो लाख रुपये नगद समेत लाखों रुपये के आभूषण बरामद किये गये. नालंदा जिले के रहने वाले इंजीनियर शिवनंदन साह मुजफ्फरपुर स्थित भवन निर्माण विभाग में अवर प्रमंडल पदाधिकारी–दो के पद पर पदस्थापित हैं. उनका आवास कांटी थाना क्षेत्र के बैरिया धर्मकांटा चौक स्थित महेश भगत बनवारी लाल कॉलेज के सामने वाली गली में है.
* एडीएम की संपत्ति का एनजीओ में निवेश का खुलासा
भागलपुर : भागलपुर एडीएम जयश्री ठाकुर के कई ठिकानों पर छापेमारी के दौरान लगभग 20 करोड़ रुपये की चल अचल संपत्ति का पता लगा. 40 विभिन्न बैंकों के 60 एकाउंट में 12 करोड़ 13 लाख की राशि का पता चला है. प्रत्येक एकाउंट में 40 से 50 लाख रुपये होने का पता चला है. सबौर प्रखंड में एक एनजीओ द्वारा संचालित बैंक में सात करोड़ 13 लाख इनभेस्ट होने का भी पता लगाया है.
घर से जब्त तीन बैंक पासबुक में 40 लाख और साढ़े 500 सौ ग्राम सोना बरामद किया गया. सोना की जांच के लिए एसटीएफ टीम ने शंकर टॉकिज के पास से एक सोनार को भी बुलाया गया. अपार्टमेंट से एक एक्स यू वी गाड़ी जिसका नंबर बीआर 51 ए 1234 को जब्त किया और अन्य दूसरी गाड़ी आइ टेन जिसका नंबर बीआर 10- 5779 व एक मोटरसाइकिल का भी पता लगाया है.
भागलपुर में पदस्थापित एडीएम रैंक की पदाधिकारी जयश्री ठाकुर के गोड्डा स्थित आवास पर बिहार की आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने छापेमारी की. प्रोफे सर कालोनी स्थित मंदारेश्वर ठाकुर के आवास पर आय से अधिक मामले में छापेमारी की गयी. श्रीमति ठाकुर के पति राजेश चौधरी की मौजूदगी में टीम ने तकरीबन दो घंटे तक छापेमारी कर आय से अधिक मामले के संबंधित कागजात की जांच की. श्री चौधरी गोड्डा कालेज में मानवशास्त्र विभाग में विभागाध्यक्ष के पद पर हैं.
* 22 प्राचार्यो के नियुक्ति मामले की जांच करेगी निगरानी
पटना : मगध विवि के विभिन्न कॉलेजों में 22 प्राचार्यो की नियुक्ति में गड़बड़ी की जांच निगरानी करेगी. शिक्षा विभाग ने निगरानी विभाग से इसकी अनुशंसा कर दी है. इस बाबत विभाग के विशेष सचिव संजीवन सिन्हा की ओर से निगरानी के प्रधान सचिव को पत्र लिखा गया है.
पत्र में पटना विवि के अंगरेजी के प्रोफेसर शिवजतन ठाकुर की ओर से उठाये गये मामलों का भी जिक्र किया गया है. विगत वर्ष दो मार्च 2012 को मगध विवि प्रशासन ने अपने अधीन कॉलेजों में इन 22 प्राचार्यों की नियुक्ति की थी. लेकिन, इन नियुक्तियों के बाद ही व्यापक पैमाने पर धांधली की शिकायत सामने आने लगी. पटना विवि के प्रोफेसर शिवजतन ठाकुर ने विभाग को पत्र लिख कर बिंदुवार उन कमियों व अनियमितताओं के बारे में सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया था. प्राचार्य नियुक्ति में गड़बड़ी मामले की गूंज विधानसभा में भी सुनाई पड़ी थी. उस समय शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने सदन को आश्वस्त किया था कि प्राचार्य नियुक्ति की गड़बड़ी मामले की जांच मगध प्रमंडल के आयुक्त से करायी जायेगी. लेकिन, बाद में आयुक्त ने इस मामले की जांच करने से इनकार कर दिया.
आयुक्त का भी कहना था कि इस पूरे मामले की जांच निगरानी से करायी जाये. आयुक्त के इनकार करने पर शिक्षा विभाग ने एक समिति भी गठित की थी. लेकिन, अब विभाग ने इस पूरे मामले की जांच निगरानी से कराने का निर्णय लिया है.
जिन प्राचार्यो की नियुक्ति हुई थी, उनमें डॉ एसके श्रीवास्तव, डॉ टीके शांडिल्य, डॉ कुमार राजीव रंजन, डॉ आनंद कुमार सिंह, डॉ राजेश शुक्ला, डॉ पीके वर्मा, डॉ जेपी सिंह, डॉ ओपी सिंह, डॉ सतीश सिंह चंद्रा, डॉ दिलीप कुमार, डॉ सत्येंद्र, डॉ एमडी शम्सुल इस्लाम, डॉ सुनील सुमन, डॉ राज कुमार मजूमदार, डॉ गणोश महतो, डॉ मीरा कुमारी, डॉ विजय रजक, डॉ जितेंद्र रजक, डॉ फूलो पासवान, डॉ विनोद कुमार व डॉ सुशीला दास शामिल हैं.
* विगत वर्ष हुई थी इन प्राचार्यो की नियुक्ति