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तय आय के लिए पीओएमआइएस

सेवानिवृत्त व्यक्ति के लिए पहली वित्तीय जरूरत होती है, एक तय मासिक आय की. इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी बचत को ऐसी सुरक्षित जगह पर निवेश करें जिससे आपकी रोज की जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक मासिक धन मिलता रहे. एक बार जब आपकी मासिक जरूरत के लिए धन का प्रवाह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2013 2:28 PM

सेवानिवृत्त व्यक्ति के लिए पहली वित्तीय जरूरत होती है, एक तय मासिक आय की. इसके लिए जरूरी है कि आप अपनी बचत को ऐसी सुरक्षित जगह पर निवेश करें जिससे आपकी रोज की जरूरतों को पूरा करने के लिए आवश्यक मासिक धन मिलता रहे. एक बार जब आपकी मासिक जरूरत के लिए धन का प्रवाह सुनिश्चित हो जाये, तो फिर आप अतिरिक्त राशि को अलगअलग परिपक्वता अवधि की ऐसी सुनिश्चित आयवाली योजनाओं में लगा सकते हैं, जहां ब्याज की राशि का पुनर्निवेश किया जाता हो. इन योजनाओं की परिपक्वता अवधि ऐसी हो, जो आपके लघु, मध्यम और दीर्घ समय के लक्ष्यों को पूरा कर सकें. इसके अलावा इससे आपको मौजूदा ब्याज दर का भी पूरा लाभ मिलेगा, क्योंकि अलगअलग अवधि के लिए ब्याज दर अलगअलग होती है.

हालांकि, सुरक्षित निवेश के लिए विकल्प सीमित हैं. ऐसे ही विकल्पों में शामिल है, डाकघर मासिक आय योजना (पीओएमआइएस). अपने नाम के अनुरूप यह डाकघरों में उपलब्ध है. यह सरकार समर्थित और सुनिश्चित एवं गारंटीशुदा आय देनेवाली योजना है, जिससे मासिक ब्याज के रूप में आपको आय होती है. अप्रैल 2013 से इस योजना पर 8.4 प्रतिशत ब्याज मिल रहा है. ब्याज दरों को हर साल तय किया जाता है. हालांकि, एक बार निवेश कर देने के बाद पांच साल की पूरी अवधि के लिए ब्याज दर बदलती नहीं है.

पीओएमआइएस में एकल खाते के तहत अधिकतम 4.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है, जबकि संयुक्त खाते में नौ लाख रुपये तक का. संयुक्त खाते में शामिल सभी खाताधारकों का हिस्सा समान होना चाहिए. एक व्यक्ति एक ही डाक घर में या अलगअलग शाखाओं में कई खाते खोल सकता है. लेकिन सभी खातों में जमा की हुई राशि अधिकतम सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए.

पीओएमआइएस पर किसी तरह की कर छूट नहीं है. तो निवेश किये गये मूलधन पर किसी कर कटौती का लाभ मिलता है और ही ब्याज कर से मुक्त होता है. हालांकि ब्याज पर टीडीएस नहीं कटता है.

कैसे मिलेगी ब्याज की रकम

आपको ब्याज की रकम लेने और इसकी पासबुक को अद्यतन कराने के लिए डाक घर जाना पड़ेगा. अगर आप ब्याज की रकम नहीं निकालते हैं, तो यह यूं ही खाते में पड़ी रहती है. ब्याज की रकम पर कोई लाभ नहीं मिलता है. अगर आप हर महीने ब्याज की रकम नहीं लेना चाहते हैं, तो आप उसे डाक घर बचत खाते में जमा कराने की व्यवस्था कर सकते हैं. इस ऑटो क्रेडिट सुविधा के लिए आपको एक फॉर्म भर कर उस डाक घर में जमा करना होगा, जहां आपका मासिक आय खाता है. आजकल डाक घर बचत खाते में चेक की भी सुविधा है और चार प्रतिशत ब्याज मिलता है. अगर आप ब्याज की रकम अपने बचत खाते में चाहते हैं, तो आप ऐसे डाक घर में मासिक आय खाता खुलवायें जहां इसीएस की सुविधा हो. इसके लिए खाता खुलवाने के समय एक फॉर्म भरना होगा. आप ब्याज की रकम डाकघर के आवर्ती जमा खाते में भी ट्रांसफर करा सकते हैं.

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