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रोमन हॉलीडे मेरी सबसे पसंदीदा फिल्म

कुछ फिल्में एक याद की तरह जिंदगी में रह जाती हैं. यह याद गुजरते वक्त के साथ भी धुंधली नहीं पड.ती. उसके संवाद, दृश्य और किरदार एक हल्की-सी आहट पाकर सामने आ खडे. होते हैं. ऐसी ही एक फिल्म की याद साझा कर रही हैं अभिनेत्री माधुरी दीक्षितसन 1953 में विलियम वेयलर की फिल्म ‘रोमन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2013 4:41 PM

कुछ फिल्में एक याद की तरह जिंदगी में रह जाती हैं. यह याद गुजरते वक्त के साथ भी धुंधली नहीं पड.ती. उसके संवाद, दृश्य और किरदार एक हल्की-सी आहट पाकर सामने आ खडे. होते हैं. ऐसी ही एक फिल्म की याद साझा कर रही हैं अभिनेत्री माधुरी दीक्षित

सन 1953 में विलियम वेयलर की फिल्म ‘रोमन हॉलीडे’ को ऑस्कर पुरस्कार में 10 श्रेणियों में शामिल किया गया है. जिसमें से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा और सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले जैसी श्रेणियों में इस फिल्म ने बाजी मार ली थी. बाफ्टा एवार्डस में भी इस फिल्म की धूम थी.सन 1953 में विलियम वेयलर की फिल्म ‘रोमन हॉलीडे’ को ऑस्कर पुरस्कार में 10 श्रेणियों में शामिल किया गया है. जिसमें से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा और सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले जैसी श्रेणियों में इस फिल्म ने बाजी मार ली थी. बाफ्टा एवार्डस में भी इस फिल्म की धूम थी.


फिल्में देखने का शौक बचपन से था, लेकिन अभिनय के बारे में कभी नहीं सोचा था. मुझे तो बस नृत्य का ही जुनून था. मगर हॉलीवुड फिल्म ‘रोमन हॉलीडे’ को जब मैंने देखा, तो उस फिल्म की मुरीद बन गयी. वह अब भी मेरी न सिर्फ सबसे पसंदीदा फिल्म है, बल्कि उस फिल्म के कई डायलॉग और दृश्य मेरे जेहन में ताजा हैं. यह एक श्‍वेत श्याम फिल्म थी, इसके बावजूद परदे पर इससे दिलचस्प और मोहक फिल्म मुझे अब तक नजर नहीं आयी है. सच कहूं, तो मैंने अभिनय की विधा को इस फिल्म से पहचाना.


इस फिल्म में अभिनेत्री आउड्री हेपबर्न पहली बार लीड किरदार निभा रही थीं. लेकिन उन्होंने एक बार भी यह परदे पर महसूस ही नहीं होने दिया. फिल्म में वह जितनी आकर्षक नजर आती हैं, उतनी ही उनकी मासूमियत भी लुभा जाती हैं. अभिनय के लिहाज से अभिनेता ग्रेगोरी पैक की भी जितनी तारीफ की जाये कम है. दोनों ही कलाकार परदे पर इतने ज्यादा स्वभाविक लगते हैं कि एक बार को लगता है कि परदे पर जो भी घटित हो रहा है वह हकीकत है क्या!


शायद इसी जादू का नाम अभिनय है. इस बात को इसी फिल्म को देखते हुए मैंने महसूस किया था. इस फिल्म की एंडिंग की बात करें तो यह रोमांटिक के साथ-साथ रियालिस्टिक भी लगती है. यह फिल्म इस बात को दर्शाती है कि जिंदगी में प्यार, पैसे और शोहरत से बढ .कर जिंदगी की जरूरत है.

उर्मिला कोरीफिल्में देखने का शौक बचपन से था, लेकिन अभिनय के बारे में कभी नहीं सोचा था. मुझे तो बस नृत्य का ही जुनून था. मगर हॉलीवुड फिल्म ‘रोमन हॉलीडे’को जब मैंने देखा, तो उस फिल्म की मुरीद बन गयी. वह अब भी मेरी न सिर्फ सबसे पसंदीदा फिल्म है, बल्कि उस फिल्म के कई डायलॉग और दृश्य मेरे जेहन में ताजा हैं. यह एक श्‍वेत श्याम फिल्म थी, इसके बावजूद परदे पर इससे दिलचस्प और मोहक फिल्म मुझे अब तक नजर नहीं आयी है. सच कहूं, तो मैंने अभिनय की विधा को इस फिल्म से पहचाना.

इस फिल्म में अभिनेत्री आउड्री हेपबर्न पहली बार लीड किरदार निभा रही थीं. लेकिन उन्होंने एक बार भी यह परदे पर महसूस ही नहीं होने दिया. फिल्म में वह जितनी आकर्षक नजर आती हैं, उतनी ही उनकी मासूमियत भी लुभा जाती हैं. अभिनय के लिहाज से अभिनेता ग्रेगोरी पैक की भी जितनी तारीफ की जाये कम है. दोनों ही कलाकार परदे पर इतने ज्यादा स्वभाविक लगते हैं कि एक बार को लगता है कि परदे पर जो भी घटित हो रहा है वह हकीकत है क्या!


शायद इसी जादू का नाम अभिनय है. इस बात को इसी फिल्म को देखते हुए मैंने महसूस किया था. इस फिल्म की एंडिंग की बात करें तो यह रोमांटिक के साथ-साथ रियालिस्टिक भी लगती है. यह फिल्म इस बात को दर्शाती है कि जिंदगी में प्यार, पैसे और शोहरत से बढ .कर जिंदगी की जरूरत है.

!!उर्मिला कोरी!!

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