लाइफ और लाइफस्टाइल दोनों में अहम दखल रखनेवाली मोटरसाइकिलिंग के एक ठोस और मुकम्मल युग की शुरुआत हो रही है. वहीं नॉस्टाल्जिया हो चुके स्कूटरों ने भी जोरदार वापसी की है. बजाज ने केटीएम के दूसरे प्रोडक्ट को भारतीय बाइक बाजार में उतारा है. वेस्पा का भी नया वर्जन शोरूम में आ चुका है.
टॉप गियर
क्रांति संभव,ऑटो एक्सपर्ट
यह मोटरसाइकिल अपने नारंगी रंग और मुश्किल रास्तों को जीतने के लिए नामी है. केटीएम, जिसके एक प्रोडक्ट से भारतीय मोटरसाइकिल ग्राहक और बाइक प्रेमी परिचित हो चुके हैं- केटीएम ड्यूक 200. यह मोटरसाइकिल 200 सीसी की थी, जब आयी थी तब अपनी कीमत की वजह से काफी चर्चा बटोरी थी. अब बजाज ने केटीएम के दूसरे प्रोडक्ट को भारतीय बाइक बाजार में उतार दिया है- केटीएम 390. और इस मोटरसाइकिल ने भी अपनी कीमत से खासी हलचल मचायी है. दिल्ली में इसकी एक्स शोरूम कीमत 1 लाख 80 हजार रुपये रखी गयी है. यह कीमत खास कर इस वजह से काफी आकर्षक मानी जा रही है, क्योंकि यह पौने चार सौ सीसी इंजनवाली मोटरसाइकिल है, जो एक ऐसा सेगमेंट है जहां कोई और बाइक मौजूद नहीं थी. एनफील्ड जैसी मोटरसाइकिलें तो थीं, लेकिन वो क्रूजर श्रेणी की हैं. ऐसे में केटीएम 390 ने एक नया सेगमेंट खोला है. इसमें लगा है 373 सीसी सिंगल सिलिंडर इंजन. इसकी ताकत लगभग 43 बीएचपी की है. 35 एनएम का टॉर्क. और हां, इसमें लगा है 6 स्पीड ट्रांसमिशन भी.
इस तरीके की स्पोर्ट्स बाइक में जरूरी फीचर्स के अलावा एबीएस, यानी एंटी लॉक ब्रेकिंग भी है. तो एक तरह से बहुत ही आकर्षक पैकेज कहलायेगी यह बाइक. यह सवाल अलग है कि बजाज अपनी जिन 71 प्रो बाइकिंग डीलरशिप के जरिये इसे उतार रही है, वहां के सर्विस से ग्राहक कितने खुश और संतुष्ट होते हैं. असली सफलता तो तभी कहलाएगी. लेकिन हां, यह तय है कि यह बाइक मार्केट में एक नया आयाम लायेगी. इसकी बुकिंग चालू हो चुकी है.
लेकिन लग रहा है कि मोटरसाइकिलिंग मार्केट के वैक्यूम को अब कुछ मोटरसाइकिल खत्म कर रही हैं और मोटरसाइकिलिंग के एक ठोस और मुकम्मल युग की शुरुआत हो रही है.
वीएक्स, जैसा कि नाम से जाहिर है, कुछ नयेपन और प्रीमियम फीचर के साथ आया है. इसमें डिस्क ब्रेक लगाया है कंपनी ने. हालांकि मेरे हिसाब से यह कीमत थोडा ज्यादा है, लेकिन कंपनी को तो भरोसा है कि इसे लेकर यंग ग्राहकों में काफी उत्सुकता होनेवाली है. कंपनी को यह भी लग रहा है कि ज्यादा बिक्री उसके वीएक्स मॉडल की ही हो सकती है. खैर यह तो आगे देखेंगे, लेकिन फिलहाल तो इसमें कोई शक नहीं कि लाइफस्टाइल सेगमेंट की बढोतरी स्कूटरों के बाजार में नये रंग भरेगी. साफ लग रहा है कि स्कूटरों का साम्राज्य भी फैल रहा है. दुपहिया कंपनियां अपने पोर्टफोलियो में स्कूटरों को भी शामिल कर रही हैं और जिनके पास पहले से ऐसे प्रोडक्ट हैं वो कुछ नया जोड. रही हैं.