धुएं का छल्ला उड़ाना बना सकता है शराबी..

वाशिंगटन : जीवन में एक बार भी निकोटिन का सेवन करना आपके दिमाग की सोचने की दिशा को बदल सकता है. इतना ही नहीं, निकोटिन के कारण आपका दिमाग आपको शराब के सेवन के लिए भी प्रेरित कर सकता है.एक नए अध्ययन में यह पता चला है कि धूम्रपान करने वालों को शराब के सेवन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2013 5:04 PM

वाशिंगटन : जीवन में एक बार भी निकोटिन का सेवन करना आपके दिमाग की सोचने की दिशा को बदल सकता है. इतना ही नहीं, निकोटिन के कारण आपका दिमाग आपको शराब के सेवन के लिए भी प्रेरित कर सकता है.एक नए अध्ययन में यह पता चला है कि धूम्रपान करने वालों को शराब के सेवन का आदी होने का खतरा बढ़ सकता है.

शोधकर्ताओं ने कहा कि शराब के सेवन में धूम्रपान सबसे बड़ा कारक हो सकता है लेकिन इसके लिए कौन सी प्रक्रिया जिम्मेदार है इसका पता नहीं चल पाया है.

चूहों पर किए गए अध्ययन में पता चला कि निकोटिन की थोड़ी सी भी मात्र दिमाग को शराब के सेवन के लिए प्रेरित कर सकती है और हार्मोन में तनाव के कारण मामूली बदलाव भी शराब पीने की प्रवृत्ति बढ़ा सकते हैं.

अमेरिका में बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसीन के वरिष्ठ लेखक डॉ. जॉन डानी ने बताया, हमारा निष्कर्ष उस प्रक्रिया को बताता है जिसके कारण निकोटिन का सेवन तंत्रिका तंत्र को शराब के लिए प्रेरित करता है.

डानी और उनकी टीम ने यह पाया कि जिन चूहों ने निकोटिन का सेवन किया था उनमें बाद में निकोटिन नहीं लेने वाले चूहों की अपेक्षा शराब पीने की तलब देखी गई. साथ ही उनके दिमाग का तंत्र भी उन्हें इसके लिए प्रेरित कर रहा था.

डानी ने कहा, युवा लोग आमतौर पर निकोटिन की शुरुआत अपनी किशोरावस्था में तंबाकू के सेवन से करते हैं और यही बाद में उन्हें उनके जीवन में शराब के सेवन के लिए प्रेरित करता है. इसलिए इस जोखिम से बचने के लिए शुरु से ही निकोटिन के सेवन को खत्म करना होगा.

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