पेरिस आतंकी हमला : ओबामा पहुंचे फ्रांसिसी दूतावास, जताया शोक
वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा फ्रांस के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए फ्रांसिसी दूतावास पहुंचे और कहा कि पेरिस में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में अमेरिकी लोग फ्रांसिसी लोगों के साथ खडे हैं. फ्रांसिसी दूतावास में शोक पुस्तिका में ओबामा ने लिखा, ‘‘पेरिस में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद, […]
वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा फ्रांस के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए फ्रांसिसी दूतावास पहुंचे और कहा कि पेरिस में हुए आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में अमेरिकी लोग फ्रांसिसी लोगों के साथ खडे हैं.
फ्रांसिसी दूतावास में शोक पुस्तिका में ओबामा ने लिखा, ‘‘पेरिस में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद, मैं सभी अमेरिकियों की ओर से फ्रांस के लोगों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति और एकजुटता की भावना को व्यक्त करता हूं.’’ कल एरिजोना से लौटते हुए फ्रांसिसी दूतावास जाने वाले ओबामा ने कहा, ‘‘शताब्दियों तक सहयोगी रहे देशों के रूप में हम न्याय और जीवन जीने के अपने तरीके की रक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने फ्रांसिसी भाइयों के साथ एकजुट होकर खडे हैं.’’
कुछ क्षण का मौन रखने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा, ‘‘हम यह जानते हुए एकसाथ आगे बढते हैं कि आजादी और हमारे आदशरें के साथ आतंक का कोई मेल नहीं है. हमारे आदर्श दुनिया को प्रकाशित करते हैं.’’
फ्रांसिसी राजदूत जी. अरॉद ने एक ट्वीट में लिखा कि वह अमेरिकी जनता के शोक की अभिव्यक्ति और सहयोग से भरी प्रतिक्रियाओं से ‘‘बेहद अभिभूत’’ हैं. अपने ट्वीट में एरॉद ने ओबामा द्वारा शोक पुस्तिका में संदेश लिखे जाने का स्वागत करते हुए इसे ‘‘दिल को छू लेने वाला और बेहद महत्वपूर्ण संकेत’’ बताया है. उन्होंने लिखा, ‘‘फ्रांसिसी आभारी हैं.’’ ओबामा ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा दल की बैठक बुलाई है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नस्ट ने कहा, ‘‘इस बैठक में वे एक-दो काम करेंगे। पहला काम यह है कि राष्ट्रपति कल हुए आतंकी हमलों की फ्रांस द्वारा की जा रही जांच के बारे में बिल्कुल हालिया जानकारी लेंगे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिर राष्ट्रपति आतंकी खतरों की सूचनाओं की समीक्षा करेंगे- ऐसा वह नियमित रुप से करते हैं और छुट्टियों से कुछ ही समय पहले उन्होंने आतंकी खतरों की जानकारी लेने के लिए एक बैठक आयोजित की थी. उसपर आज वह एक संक्षिप्त और हालिया जानकारी लेंगे.’’एक बयान में सीनेटर जॉन मैक्केन ने कहा कि अमेरिकी लोग इस घृणित गतिविधि को अंजाम देने वाले कायर आतंकियों की निंदा करते हुए अपने मित्र और सहयोगी के साथ एकजुट होकर खडे हैं.
मैक्केन ने कहा, ‘‘हिंसक इस्लामी चरमपंथ और आईएसआईएस एवं अलकायदा जैसे इसके अधिकतम क्रूर संगठनों को हराने के लिए अमेरिका को एक असली रणनीति की जरुरत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाल के वर्षों में सीरिया में हो रहे नरसंहार से हमारे अपने देश और हमारे सहयोगियों की सुरक्षा के लिए बढते खतरे के बावजूद यह प्रशासन कोई भी स्पष्ट रणनीति बनाने में विफल रहा है. प्रभावी अमेरिकी नेतृत्व की अनुपस्थिति के कारण मध्यपूर्व में हमारी मुश्किलें बढी ही हैं क्योंकि वहां की राजनीतिक शून्यता को जिहादी, चरमपंथी और अमेरिका एवं उसके महत्वपूर्ण क्षेत्रीय सहयोगियों के घोषित शत्रु भर रहे हैं.’’