झटके से बचायेगा बस का सीट बेल्ट

सीबीएसइ ने रोड सेफ्टी को लेकर स्कूलों को भेजा निर्देश 11 से 16 जनवरी को मनाया जायेगा रोड सेफ्टी डे पटना : स्कूल का बस हो या प्राइवेट बस हो, सभी में सीट बेल्ट लगे होना चाहिए. इसके अलावा स्कूली वैन और स्कूल ऑटो जिन स्कूलों में चलते है, उसमें भी सीट बेल्ट लगने चाहिए. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2015 6:50 AM

सीबीएसइ ने रोड सेफ्टी को लेकर स्कूलों को भेजा निर्देश

11 से 16 जनवरी को मनाया जायेगा रोड सेफ्टी डे

पटना : स्कूल का बस हो या प्राइवेट बस हो, सभी में सीट बेल्ट लगे होना चाहिए. इसके अलावा स्कूली वैन और स्कूल ऑटो जिन स्कूलों में चलते है, उसमें भी सीट बेल्ट लगने चाहिए. स्कूल में बाइक से आने वाले स्टूडेंट्स के लाइसेंस और हेलमेट की अब चेकिंग होगी. ये सारे निर्देश सीबीएसइ की ओर से स्कूलों को दिया गया है.

सीबीएसइ की ओर से 11 से 17 जनवरी 2015 के बीच रोड सेफ्टी को लेकर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जायेगा. इससे पहले सीबीएसइ ने सेफ्टी संबंधी कई निर्देश स्कूलों को दिया गया है.

1989 के मोटर व्हेकिल्स रेगुलेशन की मिलेगी जानकारी : मोटर व्हेकिल्स रेगुलेशन 1989 के तहत किन नियमों का पालन होता है. इन नियमों के तहत किस तरह से देश भर में ट्रैफिक की जानकारी मिलती है. इन तमाम चीजों को अब स्कूलों में प्रचार किया जायेगा. सीबीएसइ के अनुसार 10वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट्स काफी संख्या में बाइक चलाने लगे है. ऐसे में उनके पास लाइसेंस हो या ना हो, लेकिन वो बाइक चलाते है. इसके अलावा ट्रिपल लोडिंग भी एक बड़ी समस्या इन स्टूडेंट्स की है. इससे रोड एक्सीडेंट काफी बढ़ गया है. स्टूडेंट्स के इन चीजों पर अब सीबीएसइ सीधे नजर रखेगी. सीबीएसइ की ओर से स्टूडेंट्स के पास हेलमेट नहीं होने पर उसकी जांच की जायेगी.

सड़क सुरक्षा को लेकर सीबीएसइ के इस कदम की हम सराहना करते है. हमारे यहां कई बच्चे ऑटो से आते है. ऑटो में सीट बेल्ट लगने से सुरक्षा काफी हद तक ऑटो में भी दी जा सकेगी. क्योंकि ऑटो का चलने का स्टाइल सड़क पर दूसरे सवारी से बिल्कुल ही अलग होता है.

एफ हसन, प्रिंसिपल, इंटरनेशनल स्कूल

सीबीएसइ द्वारा यह प्रोग्राम हर साल आयोजित की जाती है. लेकिन इस बार कुछ निर्देश भी स्कूलों को दिया गया है. रोड सुरक्षा आज सबसे बड़ी जिम्मेवारी है. आज भी काफी संख्या में स्टूडेंट्स ऐसे है जिन्हें ट्रैफिक रूल्स की जानकारी नहीं है. ऐसे में इस तरह के निर्देश काफी फायदेंमंद होंगे.

सीबी सिंह, सचिव, पाटलिपुत्र सहोदय

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