अब राजस्थान रोडवेज में दिखेंगी महिला कंडक्टर
अजमेर:अजमेर में राजस्थान रोडवेज की बसों में महिला कंडक्टर भी नजर आयेंगी. इनमें से एक महिला कंडक्टर सरिता चौधरी ने तो ट्रेनिंग के बाद रूट पर भी चलना शुरू कर दिया है. आज तक जिस नौकरी को पुरुषों के लिए माना जाता है, वहां सरिता तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए इसे बखूबी अंजाम दे […]
अजमेर:अजमेर में राजस्थान रोडवेज की बसों में महिला कंडक्टर भी नजर आयेंगी. इनमें से एक महिला कंडक्टर सरिता चौधरी ने तो ट्रेनिंग के बाद रूट पर भी चलना शुरू कर दिया है. आज तक जिस नौकरी को पुरुषों के लिए माना जाता है, वहां सरिता तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए इसे बखूबी अंजाम दे रही हैं.
पहली कंडक्टर बनीं सरिता : गत दिनों रोडवेज में हुई कंडक्टरों की भर्ती में अजमेर को 11 कंडक्टर दिये गये. इनमें से तीन महिला कंडक्टर हैं. तीनों में सबसे पहले ट्रेनिंग को पूरा कर नौकरी करने वाली सरिता चौधरी ही है. सरिता ने बताया कि परीक्षा में शामिल हुई, तो चयन हो गया. सात दिन की ट्रेनिंग के बाद उसे सीधे रूट पर भेज दिया गया. हालांकि उसे उम्मीद थी कि महिला होने के नाते उसे बुकिंग विंडो या पूछताछ सेवा की जिम्मेदारी दी जायेगी. सरिता के अलावा कंडक्टर के पद पर भीलवाड़ा की सीमा टेलर और कविता का चयन हुआ है.
शुरुआत में होती थीं मुश्किलें : सरिता कहती हैं कि मैं चार दिनों से रूट पर चल रही हूं. चलती बस में सवारियों को आवाज लगाना, टिकट काटना और पैसों का हिसाब रखना पहले अजीब सा लग रहा था मगर अब ऐसा नहीं है. सरिता को मौजूदा समय में अजमेर–तिलोनिया के बीच संचालित होने वाली ग्रामीण बस सेवा का जिम्मा सौंपा गया है. अफसरों ने सरिता की मदद करने के लिहाज उसे नाइट स्टे वाली नौकरी से दूर रखा है.