वाशिंगटन : आतंकी संगठन आइएसआइएस के द्वारा अमेरिका सेना के ट्विटर हैक किये जाने के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा काफी चिंतित हैं. ओबामा ने साइबर सुरक्षा कानून के अपने प्रस्ताव एक ब्यौरा पेश किया और कहा कि डिजीटल बुनियादी ढांचे की सुरक्षा ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता और राष्ट्रीय आर्थिकता प्राथमिकता है.’’ ओबामा ने कल यहां एक भाषण में कहा, ‘‘साइबर खतरे हमारे देश के लिए विशाल चुनौती पेश करते हैं. यह उन सर्वाधिक गंभीर आर्थिक एवं राष्ट्रीय चुनौतियों में से एक है जिसका हम राष्ट्र के रुप में सामना कर रहे हैं.’’
उन्होंने इस भाषण में अमेरिकी मध्य कमानन :सेंटकाम: के ट्वीटर और यूट्यूब एकाउंट की हैकिंग का जिक्र किया. ओबामा ने कहा, ‘‘कल ही हमने देखा कि एक सैन्य ट्वीटर एकाउंट और यूट्यूब चैनल हैक हुआ.
कोई सैन्य संचालन प्रभावित नहीं हुआ. अभी तक, ऐसा प्रतीत होता है कि कोई गोपनीय सूचना जारी नहीं हुई है. लेकिन जांच जारी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह याद दिलाता है कि साइबर खतरे तत्काल और बढते खतरे हैं. इसके अतिरिक्त, हमारा ज्यादातर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा, हमारी वित्तीय प्रणालियां, बिजली के ग्रिड, पाइपलाइन, स्वास्थ्यसेवा प्रणालियां इंटरनेट से जुडे नेटवर्क पर चलती हैं.’’
वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका दीगर देशों और साङोदारों के साथ मिल कर साइबरस्पेस की सुरक्षा सुदृढ करने पर काम करने के लिए तैयार है. उम्मीद की जा रही है कि ओबामा जब 26 जनवरी को मुख्य अतिथि के रुप में भारत आएंगे तो साइबर सुरक्षा चर्चा के प्रमुख मुद्दों में से एक होगी.